सहायक संचालक मुकेश मिश्रा मामले में आया नया मोड़, मिश्रा नें बताया साजिश!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। कल एक खबर सोशल मीडिया में वायरल हुआ जो शिक्षा जगत में हड़कंप मचाने जैसा था, वीडियो में सहायक संचालक मुकेश मिश्रा सीढ़ी चढ़ रहे हैं उनकी लड़खड़ाहट बता रही थी कि वो नशे में हैं लेकिन उनका कहना था कि मैं दवा के नशे में था मुझे पैर पर चोट लगी है,और वो खबर में प्ले हो रहे वीडियो में कॉन्फिडेंस के साथ कहते नजर आ हैं कि क्या मेरे मुँह से शराब की गंध आ रही है?
उन्होंने बताया कि इन दिनों शिक्षा विभाग में शिक्षकों का युक्ति युक्त करण के विरुद्ध शिक्षक संघ का साझा मंच बनाया गया हैं तथा मंच के द्वारा विभिन्न विभागों में ज्ञापन दिया जा रहा हैं इसी क्रम में कार्यालय संयुक्त संचालक शिक्षा बिलासपुर में साझा मंच द्वारा दिनांक 13/6/25 को ज्ञापन दिया जाना था किन्तु अन्य संगठन को दरकिनार करते हुए केवल एक संगठन छ. ग. टीचर्स एसोशियशन द्वारा मुझको टारगेट करते हुए षडयंत्र पूर्वक वीडियो वायरल किया गया है।
सहायक संचालक मुकेश मिश्रा से संपर्क करने पर पता चला कि उनके पैर में गंभीर मोच हैं तथा वो धटना दिनाँक को शराब के नशे में नही, वरन दवा के नशे के प्रभाव में थे।
उनका कहना है कि घटना दिनाँक को मौके पर पुलिस बल मौजूद था,यदि मैं नशे में था तो उन्हें तत्काल मेरा परीक्षण कराना था। इससे ना केवल पूरा मामला क्लियर हो जाता है मतलब मुझे बदनाम करनें साजिश रची गई थी।
जबकि सच्चाई यह हैं कि प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा कि पत्नी चंद्ररेखा के विरूद्ध मैंने जांच किया था तथा मानहानि का दावा करना, सहायक संचालक मुकेश मिश्रा को भारी पड गया।
उनका यह कहना है कि इस प्रकार बदनाम करने कि साजिश, षड्यंत्र कोशिश,स्पष्ट नजर आ रही है पूरी कार्यवाही दुर्भावना वश किया जाना प्रतीत होता हैं।
हालांकि जेडी कार्यालय नें मामले को संज्ञान में लेते हुए दो सदस्यीय टीम को जाँच का जिम्मा सौप दिया है देखना होगा कि जाँच कितनी निष्पक्षता से होती है!