मुख्यमंत्री जी,संज्ञान में लें…खनिज इंस्पेक्टर का कहना है कि देर रात चोरी छिपे अवैध खनन और परिवहन पर की गई कार्यवाई की जानकारी मीडिया को देने, साहब नें मना किया है, कहा है कि RTI लगा कर जानकारी ले लें! इतनी गोपनीयता क्यों बरत रहे अधिकारी, कही लीपापोती तो नहीं!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। मुख्यमंत्री जी बिलासपुर खनिज विभाग के अधिकारी बेलगाम हो गए हैं उन्हें इतना भी पता नहीं कि वह एक सरकारी कर्मचारी हैं सरकार उन्हें इस बात के लिए तनख्वाह देती है कि उनके क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन और परिवहन पर रोक लगाते हुए कार्यवाही करें और मीडिया को इस बात की जानकारी साझा करें ताकि अवैध खनन और परिवहन माफियाओं तक एक संदेश जाए। उल्टे अधिकारी किए गए कार्यवाही को छिपा रहे हैं ऐसे में खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है कि आखिर कार्यवाही में ऐसा क्या है, जिसे छुपाया जा रहा है।
क्या था पूरा मामला
पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम पताईडीह में 20 दिसंबर 2022 को देर रात चोरी से अवैध मुरुम खनन में लगे 6 हाइवा एवं 1 चैन माउंटेन को मस्तूरी के युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुनील पटेल एवं उपाध्यक्ष देवेंद्र कृष्णन के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने रात 12 बजे के आसपास ग्राम पताईडीह में पकड़ा था। जिस पर डायल 112 को फोन कर मौके पर बुलाया गया एवं जिम्मेदार अधिकारियों को सूचना दी गई जिसके बाद डायल 112 की टीम ने अवैध खनन में लगे सभी हाइवा को लेकर पचपेड़ी थाना परिसर में खड़ा करवा दिया गया था।
वही चैन माउंटेन को धीरे धीरे आने को बोल सभी थाना लौट गए लेकिन जब सुबह फिर से थाना प्रांगण में रखे गाड़ियों का जायजा लिया गया तब वहां मौके पर सिर्फ 6 हाइवा ही खड़ी थी खुदाई करने वाला चैन माउंटेन मशीन मौके पर नही था। वह रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था।
21 दिसम्बर 2022 को खनिज निरीक्षक अपनी टीम के साथ थाना पचपेड़ी दोपहर बाद पहुँचे। अवैध खनन स्थल का निरीक्षण कर नाप जोख किया किंतु मिट्टी मुरुम से भरे 6 हाइवा और चैन माउंटेन मशीन पर कितना पेनाल्टी किया गया? वाहन मालिक कौन था? इस बात की जानकारी मीडिया से साझा नहीं किया?
आज 8 दिन बाद भी जानकारी मीडिया से साझा नहीं किए जाने पर खनिज कार्यालय में जाकर खनिज निरीक्षक राहुल गुलाटी से पूछने पर उन्होंने कहा कि साहब नें कहा है कि जानकारी नहीं दे सकते, आप RTI से ले लें।
इस तरह के जवाब से ऐसा लगता है कि खनिज अधिकारी मीडिया को जानकारी देना जरूरी नहीं समझते उनके जवाब देर रात चोरी छिपे अवैध खनन और परिवहन करनें वाले माफियाओं को शह दिए जाने जैसा है,पर सवाल ये कि कार्यवाई की जानकारी छुपाया क्यों जा रहा?