सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टर्स और स्टाफ नदारत…ईलाज करवाने आये मरीजों का CMHO को करना पड़ा ईलाज!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। कहते हैं ग्रामीण अंचलों में सरकारी अस्पताल भगवान भरोसे चल रहा है, यहां पदस्थ डॉक्टर और अन्य स्टाफ पूरी तनख्वाह के बाद भी समय पर अस्पताल नहीं आते मरीजों घंटो इनका इंतजार करना होता है इस बात की सच्चाई आखिरकार आज सामने आ ही गई जब जिले के CMHO डॉ प्रमोद महाजन अपनी टीम के साथ
मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्हें वहां ना तो एक डॉक्टर मिले और न ही कोई स्टाफ।वहीं उन्होंने उपचार के लिए आए मरीजों की लंबी लाइन लगी हुई देखा। ऐसे में CMHO ने खुद ही मरीजों का उपचार किया।
जानकारी के अनुसार सुबह 9 बजे की OPD में दोपहर 12 बजे तक भी कोई डॉक्टर या स्टाफ नहीं पहुंचे थे। इन हालातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीण अंचलों में स्थापित स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन कैसे किया जा रहा है।वहीं CMHO ने ड्यूटी से नदारत लोगों खिलाफ कार्रवाई करते हुए 2 डॉक्टर समेत 12 स्टाफ को नोटिस देकर एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को CMHO डॉ. प्रमोद महाजन अपने साथ अन्य अधिकारियों को लेकर मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुबह निरीक्षण करने पहुंचे थे। डॉ. की टीम सुबह साढ़े 11 बजे स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। उन्होंने देखा की केंन्द्र में डॉक्टर और स्टाफ नहीं थे। पूछताछ मे पता चला कि OPD सुबह 9 बजे खुल जाती है, लेकिन, डॉक्टर और स्टाफ समय पर नहीं पहुंचते। इसके चलते मरीज उनके इंतजार करना पड़ता है। डॉक्टर और स्टाफ के इस बड़ी लापरवाही को देखते हुए एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया गया है। डॉक्टर्स और स्टाफ के गायब रहने पर दर्जन भर से अधिक मरीज उनके आने का इंतजार कर रहे थे।इस दौरान डॉ. महाजन ने खुद मरीजों से पूछताछ कर उनका इलाज शुरू कर दिया। उन्होंने मरीजों की जांच कर आवश्यक दिशा-निर्देश के साथ ही दवाइयां भी दी।CMHO द्वारा अस्पताल निरीक्षण पर आने की खबर मिलते ही डॉक्टर्स और स्टाफ तक पहुंच गए। लेकिन, तब तक 12 बज गए थे। पूछताछ करने पर सभी अलग-अलग बहाना बनाते रहे।CMHO डॉ. प्रमोद महाजन ने मीडिया को बताया कि सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर्स और स्टाफ की मनमर्जी ड्यूटी करने की लगातार शिकायतें मिल रही है। यही वजह है कि उन्होंने मस्तूरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।बहरहाल एक सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लापरवाही उजागर होने के बाद क्या CMHO अन्य ब्लाक में स्वास्थ्य केंद्रों की जमीनी हकीकत जानने दौरा करेंगे या फिर शिकायत का इंतजार रहेगा!एक सवाल:- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ऐसे हालात में मरीज अपना ईलाज कराने कहाँ जाएं?