सौर सुजला योजना का कमाल… किसान हो रहे खुशहाल।

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। जिले के दूरस्थ ग्रमीण अंचलों में निवास रत धरतीपुत्र मतलब किसानों के खेतों तक बिजली नहीं होने से उन्हें पानी के लिए वर्षा ऋतु का इंतजार रहता और एक फसल लेकर ही संतोष करना होता बिना बिजली के फसल उगाना इन धरतीपुत्र के बड़ी समस्या थी।
छत्तीसगढ़ सरकार नें ऐसे किसानों के लिए सौर सुजला योजना बनाया जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों को रियायती दरों पर सौर सिंचाई पंप प्रदान करके किसानों को सशक्त बनाना है।
इस योजना से न केवल किसान अपनी भूमि पर खेती करने के लिए अधिक सक्षम होंगे बल्कि इस योजना के तहत ग्रामीण छत्तीसगढ़ में कृषि और ग्रामीण विकास को मजबूत बनाने में भी मदद मिलेगी।
छत्तीसगढ़ शासन की सौर सुजला योजना किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित
हो रही है। सोलर पम्प स्थापना से कृषकों के आय दोगुना बढ़ौतरी होने के साथ
कृषकों द्वारा लगातार सोलर पम्प स्थापना हेतु मांग की जा रही है।
क्रेडा द्वारा अब तक जिला बिलासपुर में कुल 1714 नग पम्प स्थापित किये जा चुके है जिसमें विकासखंड बिल्हा में 309,तखतपुर में 475,मस्तूरी में 704 एवं कोटा में 226
शामिल है।
राज्य शासन द्वारा सौर सुजला योजना अंतर्गत स्थापित किये जाने वाले सोलर पम्प का मुख्य उद्धेश्य प्रदेश के किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराया जाना है। सोलर पम्प के उपयोग से राज्य में कृषि उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ भूजल के संरक्षण एवं संवर्धन तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को
मजबूत करने में सहायता मिल रही है।
सौर सुजला योजना से किसानों को बड़ी राहत मिली है और वे
आर्थिक रूप से सृदृढ़ हो रहे है। किसानों को किसी प्रकार का बिजली बिल नही देना पड़ रहा है।
बिल्हा विकासखंड के ग्राम लिम्हा के कृषक तिरथ राम सिंचाई सुविधा नहीं होने से मनवांछित उत्पादन नही ले पा रहे थे। क्रेडा द्वारा सौर
ऊर्जा से संचालित सिंचाई पम्प लगने के बाद हितग्राही अपने खेत पर तीन फसल चना, गेहू व मसूर ले कर खेती कर रहे है एवं किसान द्वारा बेहद खुशी
से बताया गया है कि उनके खेत में अब सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है जिससे
उनकी आय बढी है। उन्होने बताया की इस सोलर पम्प द्वारा पूरे दिन आसानी
से सिंचाई हो जाती है तथा उन्हें कोई बिजली बिल भी नही देना पड़ता है।