वन विकास निगम में वनों की सुरक्षा भगवान भरोसे…दिनदहाड़े काट लिए गए सरई के परिपक्व पेड़…जिम्मेदार अधिकारी सफाई देते नजर आए!
खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। वन विकास निगम में वनों की सुरक्षा पर सवाल दर सवाल खड़े हो रहे हैं मामला भैसाझार बीट के कक्ष क्रमांक 241 का है जहां सरई के परिपक्व पेड़ लगे हैं इनकी सुरक्षा के लिए वन विकास निगम नें बीट गार्ड, डिप्टी रेंजर,रेंजर,एसडीओ,डिप्टी डीएम और डीएम को नियुक्त किया है ऐसे में यदि मस्तुरी से ट्रेलर और क्रेन मशीन लेकर आए ग्रामीण दिन दहाड़े आकर वन अधिनियम के विपरीत पेड़ों की कटाई कर चार पहिया वाहन में क्रेन की मदद से लोड कर लेता है और उसके घंटो बाद वन विकास निगम के चौकीदार अधिकारी कर्मचारी को ग्रामीणों द्वारा सूचना पर मौके पर आना कई गंभीर सवाल खड़े करता है?
जानकारी के अनुसार सराई की लकड़ी पकड़ी और दो दिन बाद छोड़ दिया। इस मामले में अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। DFO से संपर्क करने पर उन्होंने फोन नही उठाया।
वन विभाग में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अधिकारियों की उदासीनता के कारण शिकारी तो जंगल मे बेखौफ घूम ही रहे है। लकड़ी चोरों की भी मौज है। गुरुवार को वन विकास निगम के रेंजर श्यामता कश्यप, डिप्टी रेंजर अजय यादव, चौरे, बीटगार्ड केरकेट्टा, चौकीदार नैन सिंह रोपणी परिक्षेत्र अधिकारी वैभव साहू ने मिलकर सराई की लकड़ी पकड़ा था। पूरे एक ट्रेलर में लकड़ी भरी हुई थी जिसकी लंबाई 16 से 20 मीटर के आसपास की थी जबकि लकड़ियों की गोली डेढ़ से दो मीटर के आसपास थी। अधिकाइयों ट्रेलर सहित एक हाइड्रा जब्त कर केंद्रीय रोपणी भैसाझार में रखा था। इसके बाद शुक्रवार को न केवल गाड़ी छोड़ी पूरा मामला रफादफा कर दिया। स्थानीय लोगो का कहना है कि दो दिन से अधिकारियों और लकड़ी चोरों के बीच सौदा चल रहा था और सौदा होने के बाद छोड़ दिया। इस मामले में वन विकास निगम के DFO अभिषेक जोगावत से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नही किया।