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खनिज खजाने का चौकीदार छूट्टी पर…खनिज चोरों की मौज! रोज हो रहा लाखों के राजस्व का नुकसान!

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। खनिज संपदा की सुरक्षा के लिए खनिज विभाग की स्थापना कर अधिकारी और कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है इसके अलावा खनिजों एवं रायल्टी के चोरी को रोकने एक उड़नदस्ता भी बनाया गया है। ऐसे में मिट्टी मुरुम,रेत,कोयला गिट्टी का अवैध खनन,परिवहन,एवं भंडारण का किया जाना अपने आप में एक बड़ा सवाल है।

खासखबर की टीम नें निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 52 लिंगियाडीह पुरानी बस्ती जो अरपा नदी तट पर बसा है देखा कि मौके पर रेत का अवैध रूप से बड़ी मात्रा में भंडारण रेत चोरों द्वारा किया गया है। स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि ये पहले श्मशान घाट था बाद में रेत चोरों ने अरपा नदी से रेत निकाल कर यहां भंडारण करना शुरू कर दिया।मालूम हो कि खनिज निरीक्षक राहुल गुलाटी इन दिनों छुट्टी में हैं मतलब खनिज चोरों की मौज हैं क्योंकि खनिज खजानें का चौकीदार छुट्टी पर है।

सवाल यह कि जब विभाग में उप संचालक खनिज प्रशासन दिनेश मिश्रा एवं सहायक खनिज अधिकारी अनिल साहू जिला कार्यालय में अपनी टीम के साथ पदस्थ हैं दर्जनों जगह रेत का अवैध खनन, परिवहन और भंडारण कैसे हो रहा है। उड़नदस्ता और उनकी टीम क्या कर रही है।

इन अधिकारियों की उदासीनता ना केवल खनिज संपदा के चोरों के हौसले बुलंद कर रही है वरन पर्यावरण के साथ खिलवाड़ व राज्य शासन को प्रतिदिन लाखों रुपए राजस्व की हानि भी हो रही है।

प्रतिदिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्र से सैकड़ों शिकायत लिखित रूप में और फोन पर मिल रही है बावजूद इसके अधिकारियों का कार्यवाही नहीं करना इनके रेत चोरों से सांठगांठ की ओर इशारा करता नजर आता है। दूसरी ओर अधिकारियों की उदासीनता से जनमानस का भरोसा शासन से उठता जा रहा है।

खनिज संपदा की लगातार हो रही चोरी, अवैध खनन, परिवहन, भंडारण पर रोक लगाने और राज्य के राजस्व की चोरी रोकने प्रमुख सचिव खनिज को चाहिए कि ऐसे उदासीन अधिकारियों को स्थानांतरित कर योग्य ईमानदार अधिकारियों को जिम्मेदारी सौपे ताकि खनिज संपदा की चोरी पर रोक लगे और राजस्व की बढ़ोतरी हो।

बहरहाल देखना होगा कि राजधानी में बैठे खनिज सचिव बिलासपुर खनिज विभाग के अधिकारियों की उदासीनता पर क्या कदम उठाते हैं!

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