प्रदेश में 15 वर्षों से 473 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति अधर में…छत्तीसगढ़ सरकार के मुखिया से उम्मीद!

खासखबर छत्तीसगढ़ रायपुर। रायपुर जकांछ मिडिया प्रमुख, छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के प्रथम अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने एक बयान में कहा है कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी सरकार के कार्य काल में सर्वे एवं परिक्षणोंपरान्त 473 उर्दु शिक्षकों के पद का श्रृजन किया जा कर उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया हेतु तत्कालीन मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष हसन खान को अधिकृत किया गया था। उर्दू शिक्षकों का चयन मेरिट के आधार पर किया गया था। सन 2003 विधानसभा चुनाव की आचार सहिंता लगने के कारण चयनित सूची जारी नही हो सकी थी और भाजपा की सरकार अस्तित्व में आ गई। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को व्यक्तिगत एवं मिडिया के माध्यम से 473 चयनित शिक्षकों के नियुक्ति आदेश कि सूची जारी करने बार-बार निवेदन किया गया, परन्तु जैसी भाजपा सरकार की मानसिकता से अपेक्षा थी 15 वर्षो तक जानबूझ कर सूची जारी नही कि गई। अब लगभग 2 वर्षो से कांग्रेस सत्ता में है। वर्तमान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी से निवेदन है कि प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निर्णय को अमलीजामा पहनाने उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को अंजाम तक पहुचाने शिक्षा विभाग को शीघ्र निर्देशीत करने की कृपा करें।