एक दलाल शिक्षक की दलाली का ऑडियो सुनकर भी जिम्मेदार अधिकारी झाड़ रहे पल्ला, दलाल शिक्षक की लूटखसोट से शिक्षा विभाग हो रहा बदनाम…!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। जिला शिक्षा अधिकारी के बदल जाने के बाद भी शिक्षा विभाग में दलाली प्रथा,भृष्टाचार, गड़बड़ी, रिश्वतखोरी, कमीशनखोरी और फर्जीवाड़ा की शिकायतें आम है, शिकायतों के बाद भी कोई ठोस एक्शन का नहीं लिया जाना अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता नजर आता है।
नई सरकार और मुखिया के पास शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी को एक साल से अधिक हो गया बावजूद इसके शिक्षा विभाग में व्यवस्था को लेकर कोई ठोस बदलाव नजर नहीं आता,शिक्षा विभाग में तनख्वाह खोर अधिकारियों के होते हुए भी सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक आज भी एक विकास खण्ड कार्यालय में अटैच दलाल शिक्षक की लूटखसोट का शिकार हो रहे हैं।
ये हम नहीं कह रहे हैं यह सूत्रों के हवाले से एक सनसनीखेज खबर निकल कर सामने आ रही है कि शिक्षा विभाग में शिक्षक के भेष में दलाल सक्रिय हैं जो जग जाहिर है। शिक्षा विभाग में सक्रिय दलाल शिक्षक शिक्षक से काम करा देने के एवज में पहले बड़ी रकम मांगता है फिर एडवांस में छोटी रकम लेकर डकार जाता है और शिक्षकों द्वारा रकम वापस मांगने पर धमकी देने का काम करने लगता है।
हमें भी यकीन नहीं हुआ तो हमनें पड़ताल की तो पता चला कि एक पत्रकार महोदय एक दलाल शिक्षक की दलाली का ऑडियो लेकर नव नियुक्त जिला शिक्षा अधिकारी,बीईओ और संबंधित अधिकारियों को ऑडियो सुनाकर शिक्षा विभाग को दलाली के मकड़जाल से बदनाम करने वाले दलाल शिक्षक को उसके मूल शाला में वापस भेजना चाहते हैं ताकि शिक्षा विभाग पर एक और बदनामी का बदनुमा दाग ना लगे और शिक्षक भी दलाल शिक्षक के चुंगल से बच सके।
पत्रकार की मानें तो इस ऑडियो को लेकर मैंने शिक्षा विभाग के कुछ जिम्मेदार अधिकारियों सहित कुछ शिक्षकों, बाबुओं और अधिकारियों से बात की और सच जानने के लिए ऑडियो सुनाया तब उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर बतलाया कि इसका काम ही दलाली करना है ये डीईओ,बीईओ का दलाल है चाहे लम्बी छुट्टी के बाद का वेतन भुगतान हो,मातृत्व अवकाश लेना हो, या मेडिकल बिल पास कराना हो,पीएफ खाते से रक़म स्वीकृत करवाना, जॉइन करवाने, बिना अवकाश के लम्बी छुट्टी वाले शिक्षकों का वेतन बनवाने जैसे ऐसे ढेर सारे काम ये शिक्षक रूपी दलाल करता है।
ये है तो शिक्षक लेकिन अधिकारियों की सरपरस्ती और अपने जुगाडू प्रवित्ति की वजह से बीईओ कार्यालय में अटैच है।
इस दलाल शिक्षक की वजह से बहुत से शिक्षक दलाली का शिकार हुए हैं इसके कृत्य से ना केवल शिक्षा विभाग बल्कि विभाग के अधिकारी भी बदनाम हो रहें हैं।
कुछ शिक्षकों(महिला/पुरूष) नें बताया कि हमसे भी काम करा दूंगा कर रकम माँगा था लेकिन रकम लेकर ना काम किया ना रकम लौटाया।
ऑडियो धारक पत्रकार नें साफ तौर से कहा है कि वो शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आडियो सुनाकर उन्हें मामले की गंभीरता से अवगत करा दलाल शिक्षक पर कार्यवाही चाहते हैं और अधिकारियों को उनका कर्तव्य और दायित्व याद कराना चाहते हैं।
बहरहाल ऑडियो सुनने के बाद उच्च अधिकारियों को चाहिए कि ऑडियो में आ रही आवाज को सुनकर समय रहते दलाल शिक्षक को उसके मूल शाला में वापस भेज दे ताकि शिक्षा विभाग दलाल शिक्षक करतूतों से बदनाम ना हो।
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पत्रकार आडियो लेकर साक्षर भारत के कार्यालय में पदस्थ एक अधिकारी को ऑडियो सुनाया तो अधिकारी ऑडियो को सुनकर तत्काल किसी शिक्षक को फोन पर फटकार लगाया। अब इस मामले में पत्रकार का कहना है कि वह पहले इस ऑडियो को सम्बंधित सभी अधिकारियों को सुनाकर मामले को उनके संज्ञान में लाना चाहते हैं ताकि शिक्षा विभाग में चल रही दलाली प्रथा पर अंकुश लग सके और वह दलाल शिक्षक अपनी मूल पदस्थापना पर वापस लौट आए।
अंत में इतना ही कि ऑडियो को सुनकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों नें अपनी क्या प्रतिक्रिया व्यक्त की और दलाल शिक्षक नें पत्रकार को क्या प्रलोभन देकर मामले को दबाने का दबाव डाला अगले एपिसोड में…
हम तो यही लिखेंगे कि जो अधिकारी इस शिक्षक को अपनी सरपरस्ती देकर इसका बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं सावधान हो जाएं ऐसा ना हो कि वह भी कमीशनखोरी के चलते संदेह के दायरे में आ जाएं और फिर…