बिल्हा BEO की उदासीनता हुई उजागर… पिछले तीन दिनों से सफाईकर्मी संभाल रहा स्कूल! नहीं मिला बच्चों को मध्यान भोजन।

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। जिम्मेदार विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी की उदासीनता के चलते शिक्षा कार्यालय बिल्हा अंतर्गत संचालित प्राथमिक शाला दैहानपारा बैमा में अध्ययनरत बच्चों को पिछले तीन दिनों से मध्यान्ह भोजन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है इतना ही नहीं ना तो पढ़ाई हो रही है।
शासन के निर्देशानुसार सभी सरकारी स्कूलों में स्कूल खुलते ही शाला प्रवेश उत्सव मनाने के साथ शासन की समस्त योजनाओं का लाभ बच्चों को दिया जाना है लेकिन शिक्षक व शिक्षा अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही पूर्ण कार्यशैली के चलते प्राथमिक शाला दैहानपारा बैमा में स्कूल खुलने के पहले ही दिन से शासन के नियमों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है।
बड़ी उम्मीद से पालकों नें अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने स्कूल भेजा था। किन्तु बिल्हा विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी की उदासीनता के कारण पिछले तीन दिनों से स्कूली बच्चे स्कूल आकर बिना शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त किए उल्टे पैर घर लौट जा रहे हैं।
विकास खंड शिक्षा कार्यालय बिल्हा प्रमुख की उदासीनता के चलते प्राथमिक शाला दैहानपारा बैमा में अध्ययनरत बच्चे शासन की योजनाओं से वंचित हैं। जो जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाह कार्यशैली का प्रमाण है जिस पर शासन को कठोर कार्यवाही करने की आवश्यकता है।
फिलहाल देखना होगा कि कुम्भकर्णीय नींद से जिम्मेदार अधिकारी कब जागते हैं और कब बच्चों को शासन की योजना का लाभ मिलता है।