छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल बिलासपुर के अधिकारी कुम्भकर्णीय नींद में! जाने क्या है मामला।

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर।पिछले कुछ दिनों से कोटा स्थित वेलकम शराब फैक्टरी से निकले वेस्ट प्रोडक्ट और गंदे पानी की तीक्ष्ण दुर्गंध एवं चिमनी से निकलते धुँए और धुँए से गिरता राखड़ स्थानीय लोगों और किसानों के लिए परेशानियों का कारण बन रहा है।
हाल ही में ग्राम छेरका बांधा में स्थित एक सरकारी स्कूल की शाला विकास समिति द्वारा उद्योग प्रबंधन,एसडीएम और बीईओ से लिखित शिकायत कर पर्यावरण प्रदूषण की गंभीर समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई थी। हैरान करनें वाली बात यह है कि अब तक पर्यावरण संरक्षण विभाग बिलासपुर के जिम्मेदार अधिकारियों ने खबर को संज्ञान में लेकर मौके पर निरीक्षण करनें नहीं आए हैं।
ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि उद्योग से निकलने वाले प्रदूषण की जांच कर, शिकायत के सम्बंध में समाधानात्मक कार्यवाही करनें की बजाय छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल बिलासपुर के जिम्मेदार अधिकारी कुम्भकर्णीय नींद में क्यों? और फोन क्यों नहीं उठा रहे हैं? क्या उद्योग प्रबंधन और जिम्मेदार अधिकारियों के बीच कोई सांठगांठ तो नहीं!
स्थानीय प्रशासन क्या कर रहा! क्या उद्योग द्वारा प्रसारित प्रदूषण की शिकायत कलेक्टर बिलासपुर से करनी होगी! यदि मामले पर कलेक्टर बिलासपुर को ही संज्ञान में लेना होगा तो स्थानीय प्रशासन यहां क्यों!
बहरहाल शिकायत गंभीर है शीघ्र जांच कर समस्या से निजात दिलाने की आवश्यकता है लेकिन अब तक इस मामले को किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने गंभीरता से नहीं लिया है ऐसा लोगों का मानना है। देखने वाली बात यह है कि पर्यावरण संरक्षण मंडल के जिम्मेदार कब सामने आते हैं ताकि देश का भविष्य कहे जाने वाले छात्र छात्राओं एवं ग्रामीणों को उद्योग से निकलने वाले प्रदूषण से निजात मिल सके?ताकि वे सब स्वस्थ पर्यावरण के माहौल में शिक्षा प्राप्त कर अपना-अपना सुनहरा भविष्य गढ़ सकें।
सुलगते सवाल!
2021 में वेलकम डिस्टलरी के सामने आत्मदाह मामले की कलेक्टर बिलासपुर से शिकायत पर कुम्भकर्णीय नींद से जागे पर्यावरण विभाग द्वारा उद्योग को जारी नोटिस,निरीक्षण कर्ता अधिकारियों द्वारा निरीक्षण रिपोर्ट क्या थी! निरीक्षण प्रतिवेदन,उद्योग प्रबंधन और शिकायत कर्ता के बीच ऐसा क्या हुआ?
क्या कोई समझौता हुआ?