वेलकम शराब फैक्ट्री के प्रदूषण से परेशान सरपंच व ग्रामीणों ने अप्रेल महीनें में मुख्यमंत्री से की थी शिकायत! जांच उपरांत भी नहीं हुई कार्यवाही! किस पर करें भरोसा?

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर/कोटा विकास खण्ड में स्थापित वेलकम शराब फैक्ट्री के प्रदूषण से परेशान ग्राम पंचायत छेरकाबाँधा के सरपंच व ग्रामीणों ने साल 2023 के अप्रेल महीनें में मुख्यमंत्री से शिकायत की थी जिसकी निष्पक्ष जांच भी हुई लेकिन उसके बाद क्या कार्यवाही हुई ये तो ग्रामीणों को पता नहीं लेकिन ग्रामीणों की समस्या आज तक वैसी बनी हुई है!कोटा एसडीएम कार्यालय अंतर्गत ग्राम पंचायत छेरका बाँधा में स्थित वेलकम डिशलरी शराब फैक्टरी प्रबंधन पर्यावरण नियमों के विपरीत जा कर वातावरण को प्रदूषित करनें में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है पर्यावरण नियमों की धज्जियाँ उड़ा अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहा।
ग्राम पंचायत छेरका बाँधा के सरपंच सहित ग्रामीणों ने वेलकम डिशलरी की चिमनी से निकल रहे राखड़ डस्ट एवं प्रदूषित पानी पर रोक लगाने की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में की थी जिस पर मुख्यमंत्री कार्यालय से मौका जांच करनें का आदेश जारी किया गया था। जिसके बाद मौका जाँच भी किया गया जाँच में पाया गया कि किसानों के कृषि भूमि में राखड़ के जाने से फसल को नुकसान हो रहा है, राखड़ किसानों के आँख में भी जा रहा है जिससे किसान काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं। वेलकम डिशलरी शराब फैक्टरी द्वारा सही प्रबंधन नहीं किया गया है, जिससे निचले हिस्सों में शासकीय वन भूमि है जहाँ सैकड़ों पेड़ पौधों को भी फैक्टरी द्वारा छोड़े गए दूषित जल नुकसान हो रहा,बोर खोदाई में निकल रहा पानी भी बदबूदार प्रदूषित पानी है।
शिकायत पर की गई जांच पंचनामा से साबित होता है कि वेलकम शराब फैक्टरी की चिमनी से निकलने वाला धुंआ और राखड़ फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं और पानी भी प्रदूषित हो रहा है।
फिलहाल मुख्यमंत्री से की गई शिकायत और मौका जांच रिपोर्ट सौपे जाने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही का नहीं किया जाना कई गंभीर सवाल खड़े करता है।
मुख्यमंत्री से शिकायत बाद जांच का आदेश होना और फिर मौका जांच में ग्रामीणों की शिकायत का सही पाया जाना और फिर 4 माह बाद भी लापरवाह प्रबंधन पर कोई कार्यवाही नहीं होना अपने आप में एक बड़ा सवाल है ऐसे में फिर ग्रामीण जायँ तो कहाँ जाएं!
सुलगते सवाल
1 छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर में पदस्थ जिम्मेदार तनख्वाह खोर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कब करेंगे?
2 मुख्यमंत्री कार्यालय रायपुर से आए आदेश पर हुए जांच की रिपोर्ट रायपुर पहुँची की क्यों नहीं?यदि पहुंची तो अब तक क्या कार्यवाही हुई?
3 स्थानीय प्रशासन क्यों उदासीन हैं?
4 सांसद, विधायक, स्थानीय जनप्रतिनिधि मौन क्यों हैं?