वाह “कलेक्टर” हो तो ऐसा!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर जिले की हाल ही में कमान संभालने वाले कलेक्टर सौरभ कुमार नें जनदर्शन में आए लोगों का दिल जीत लिया है वे उनकी समस्या ना केवल सुनते हैं बल्कि दिए गए आवेदन को बड़ी गंभीरता से पढ़ते हैं और आवेदकों से सवाल पूछते हैं और उनकी समस्या का हल कैसे होगा यह बताने का काम भी बड़ी सरलता से समझाते हुए करते हैं। फिर संबंधित विभाग को आवेदन पत्र पर लाल स्याही से निराकरण हेतू निर्देश लिखते हैं।
पिछले मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन का नजारा कुछ अलग सा था पूर्व में जितने भी कलेक्टर हुए उन्होंने जनदर्शन कार्यक्रम को मंथन सभागार में किया या अपने एयर कंडीशनर चेम्बर में लेकिन कलेक्टर सौरभ कुमार की बात ही अलग है वे जनदर्शन कार्यक्रम अपने एयर कंडीशनर केबिन में ना लेकर वे वेटिंग हाल में बैठकर लोगों की समस्या सुनते हैं पढ़ते हैं और निराकरण करते हैं।
एक युवती नें पिछले मंगलवार को अपनी शादी के लिए दिए आवेदन में आर्थिक मदद की गुहार लगाई थी कलेक्टर नें आवेदन को बड़ी गंभीरता से पढ़ा फिर पूछा कब है शादी,युवती नें बताया कि एक माह बाद है शादी, कलेक्टर नें कहा तब तो हो जाएगी मदद… तत्काल महिला बाल विकास विभाग को पत्र देते हुए निर्देशित किया कि इनकी मदद की जाय। आश्चर्य तो तब हुआ जब कलेक्टर नें युवती से मोबाईल नम्बर पूछा हिंदी मीडियम में पढ़ी लिखी युवती नें भी हिंदी के अंको में अपना मोबाईल नम्बर बताया एक पल को लगा कि कलेक्टर अंग्रेजी के अंकों में पूछेंगे लेकिन उन्होंने उसके बतलाए अंकों को हिंदी में रिपीट करते हुए अंग्रेजी अंकों में नोट किया।
एक उच्च शिक्षित दिव्यांग नें नौकरी के लिए आवेदन दिया था कलेक्टर नें आवेदन पढ़कर उससे पूछा डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम कर लोगे उसने कहा कर लूंगा। तत्काल उसके आवेदन पर लाल पेन से लिखा गया।
एक विकलांग की शिक्षित पत्नी नें सरकारी नौकरी देने आवेदन किया था कलेक्टर नें आवेदन पढ़कर उसे समझाया कि सरकारी नौकरी कलेक्टर नहीं दे सकते हां यदि जनभागीदारी में स्कूल में पढ़ाने का काम करना हो तो बताओ…महिला नें हामी भर दी।
क्रमशः …….