शिक्षा के मंदिर में बेजुबान बीमार गाय का मसला… संवेदना अभी बाकी है!

ख़बर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर।बिल्हा विकास खंड के बिजौर हायर सेकेंड्री स्कूल परिसर में पिछले चार दिनों से एक गाय बीमार है जिसकी सुध न तो गाय का मालिक ले रहा है न ही गौ सेवक का ध्यान इस ओर है…
बूढ़ी गाय की खराब हालत देखकर स्कूली बच्चे सहित स्कूल के शिक्षक कर्मचारी गाय की जान बचाने पूरी जतन और मशक्कत कर रहे है मौके पर दाना पानी और धूप से बचाने छाया की व्यवस्था के साथ निजी पशुचिकित्सक की व्यवस्था कर इलाज करवा रहे है फिर भी बूढ़ी गाय की स्थिति में कोई सुधार नही आ रहा है गाय की दयनीय स्थिति से स्कूली बच्चों की भावना आहत हो रही है स्कूल स्टाफ विगत चार दिनों से गौपालक गौ सेवक और पशु चिकित्सको से संपर्क साध रही है परंतु गौ सेवा के प्रति किसी की संवेदना नही जाग रही है न ही गाय के असली मालिक का पता चल पा रहा है।
एक ओर गौमाता के नाम पर राजनीति बयानबाजी,गौमाता के नाम पर हिंसा देखने को मिलती है किंतु बीमार बूढ़ी निशक्त गाय के प्रति संवेदना किसी में देखने को नही मिलती, गौ पालक भी गाय की सेवा तभी तक करते हैं जब तक गाय दूध देती है बाद में उसे इसी तरह लावारिस छोड़ देते है ऐसे गौपालकों को पशु अत्याचार विधि सम्मत अपराध के लिए दंडित किया जाना चाहिए।