थाना प्रभारी की “शह” पर रेत चोर नें किया पत्रकार पर प्राणघातक हमला… आईजी से शिकायत, मिला शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। जहाँ प्रदेश के मुखिया पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर कानून बनाने की बात कहते हैं वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी की शह पाकर रेत चोर वन विभाग के कार्यालय में पत्रकार पर जानलेवा हमला कर रहा है और जानमाल की सुरक्षा करनें वाली पुलिस पत्रकार की रिपोर्ट दर्ज करनें की बजाय उसे ही धमकी देकर पुलिस चौकी से भगा देता है। ऐसे में पत्रकार सुरक्षा कानून बनाए जाने वाली खबरें बेमानी लगती हैं जब जानमाल की सुरक्षा करनें वाली पुलिस ही कानून व्यवस्था तोड़ने वाले को शह दे!
मामला कुछ इस तरह का है कि आज पुलिस महा निरीक्षक कार्यालय बिलासपुर में
रितेश गुप्ता पिता श्री सुरेश गुप्ता जो कोरबा
जिले के अंतर्गत पसान का निवासी है और पेशे से पत्रकार हैं समय समय परअपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं सहित अन्य मामलों पर
खबरों का प्रकाशन करते हैं। इसी दौरान उनके द्वारा अवैध रेत उत्खनन से संबंधित खबरों का प्रकाशन किया जा रहा था जिसके कारण रेत चोर लगातार जान से मारने की धमकी और झूठे मामले में फंसाने कि लगातार धमकी दे रहे थे इस बात की शिकायत उनके द्वारा पूर्व में
भी पुलिस उच्च अधिकारियों से की गई थी।
इस मामले का दुखद पहलू यह है कि शुरू से
ही पसान थाना प्रभारी प्रहलाद राठौर द्वारा अवैध रेत उत्खनन के कार्य में
लिप्त युसूफ खान को पूरी तरह शह दिया जाता रहा था ! अंततः थाना प्रभारी
की शह पाकर दिनांक 05/12/2021 को यूसुफ खान द्वारा उन पर जानलेवा
हमला उस वक्त किया, जब वन विभाग द्वारा अवैध खनन कर रहे ट्रैक्टर को जब्ती कार्यवाही का समाचार संकलन करने वन विभाग द्वारा मिली सूचना पर वो गए थे! प्राणघातक हमला से किसी तरह बचकर वह थाने में घटना की शिकायत करने गए तो थाना प्रभारी द्वारा उन्हें अश्लील गाली गलौज कर भगा दिया गया। घायल थे मारपीट से लगी गंभीर चोट का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान में कराया, फिर आराम नहीं मिलने पर दिनांक 09/12/2021 को बिलासपुर के जिला अस्पताल में आकर अपना उपचार करवाया चुंकि उनके द्वारा पूर्व में जिला पुलिस अधीक्षक कोरबा सहित इस कार्यालय को भी इसकी शिकायत
करते हुए हमले और झूठे मामले में फसाने की आशंका व्यक्त की गई थी जो सत्य साबित हुई।
समाज का दर्पण कहे जाने वाले पत्रकार का पूरा परिवार आज रेत चोर और पुलिस की कार्यप्रणाली से दहशत में है और चौकी प्रभारी से सुरक्षा की उम्मीद करना बेमानी होगा!
उनका कहना है कि भविष्य में किसी भी गंभीर घटना होने पर यूसुफ खान,
थाना प्रभारी प्रहलाद राठौर एवम पुलिस प्रशासन की पूर्ण जिम्मेदारी होगी!
आवेदन में लिखा गया है कि यदि 3 दिवस के भीतर पसान थाना प्रभारी को हटाकर इस संपूर्ण मामले पर निष्पक्ष जांच के साथ न्याय नहीं मिला तो आपके कार्यालय के
समक्ष पत्रकार संगठन एक दिवसीय साकेतिक धरना प्रदर्शन हेतु बाध्य होगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी!