8 साल पहले ग्राम सिंघरी में खोला गया धान खरीदी उपकेंद्र बंद… परेशान किसानों नें कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। समर्थन मूल्य पर किसानों का धान खरीदी हेतु बिलासपुर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा 8 साल पहले 2013 में ग्राम सिंघरी में धान खरीदी उपकेंद्र का शुभारंभ किया गया था वजह थी ताकि मदनपुर ,सिंघरी, खैरखुंडी, बरवीडीह सहित 4 गांव के किसान आसानी के साथ यहां अपना धान बेच सकें। किंतु एकाएक जिला सहकारी बैंक के प्रबंधन ने ग्राम सिंघरी धान उपार्जन केंद्र को बंद कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार यहां का प्रमुख धान उपार्जन केंद्र लखराम में स्थित है लखराम में किसानों की संख्या अधिक होने और धान संग्रहण की पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण 2013 में इस सिंघरी उप केंद्र की शुरूआत की गई थी लेकिन 8 साल बाद अचानक ऐसा क्या हुआ कि अधिकारियों ने यहां धान खरीदी बंद कर दिया।
जनपद पंचायत बिल्हा के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह ठाकुर के साथ आज 5 गांव के सरपंच कलेक्टोरेट पहुंचे और धान खरीदी केंद्र को बंद कर दिए जाने से किसानों को हो रही समस्या बताई।
जनपद उपाध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा कि एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों के हितैषी होने का दावा करते हैं वहीं धान खरीदी केंद्र को बंद कर किसानों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। किसानों के साथ चार गाँव से आए सरपंचों का कहना है कि धान खरीदी केंद्र सिंघरी बंद नहीं होना चाहिए, यहां 4 गांव के करीबन 1000 किसान धान बेचने के लिए आते हैं अब धान खरीदी बंद होने से परेशान है।
ग्रामीण किसानों ने आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर ,धान खरीदी केंद्र चालू करने की मांग की है। साथ ही आए हुए किसानों नें बताया कि इस उपकेंद्र को बंद करने की वजह पर अधिकारियों का कहना है की पंजीयक सहकारी संस्थाएं से जब किसान लिखा कर लाएंगे तभी धान खरीदी केंद्र शुरू होगा! इसके पहले पंचायत में दबाव की वजह से किसानों का धान खरीदा जा रहा था ।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक नें मीडिया से कहा की सिंघरी धान खरीदी केंद्र को चालू करनेअधिकारियों से बात करूंगा, किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
दूसरी ओर किसानों ने धान खरीदी केंद्र को 2 दिनों के भीतर शुरू नहीं किए जाने पर सोमवार को चक्का जाम करने की चेतावनी जिला प्रशासन को दी है।
ज्ञापन सौपने वालों में क्षेत्र के जनपद सदस्य दिलहरण साहू, सिंघरी सरपंच गिरजा यादव, रामरतन साहू, अरूण कश्यप एवं भगत साहू सहित अन्य लोग भी शामिल रहे।