बिलासपुर

सुने मकान की छत पर सामाजिक बुराई का खेल खेलते 3 गिरफ्तार…

सूने मकान के छत में रूपए पैसे की हार जीत के दांव लगाकर जुआ खेलने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार। 5770 रुपए एवं 52 पत्ती ताश जप्त। सरकंडा पुलिस की कार्यवाही।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। गैम्बलिंग मतलब जुआ जो ताश के 52 पत्तों के साथ खेला जाता है लोग इस खेल के माध्यम से रुपयों का लेनदेन हार जीत के रूप में करते हैं चूंकि यह एक सामाजिक बुराई का खेल है इसलिए इसे लुक छुप कर खेला जाता है और पुलिस भी जुआ खेलने वालों गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करती है,बावजूद इसके ना तो जुआ खेलने वालों की संख्या में कमी आई है ना इस सामाजिक बुराई पर रोक लग पाया है। बल्कि गाहे बगाहे पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगते रहते हैं।

जुआ खेलने के एक मामले में बीती रात सरकंडा पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि जबड़ा पारा सरकंडा के गली नंबर 3 के एक सूने मकान मैं कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं सूचना पर थाना प्रभारी परिवेश तिवारी द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिलासपुर शहर,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक को अवगत करा कर कार्यवाही हेतु निर्देश प्राप्त किया।

जबड़ापारा सरकंडा में गली नंबर 3 मुखबीर के बताएं स्थान पर रेड कार्यवाही करनें पर जहां एक सूने मकान की छत में कुछ लोग ताश पत्ती से रुपया पैसे की हार जीत की दाव लगाकर काट पत्ती नामक जुआ खेलते मिले आरोपियों के पास से 52 पत्ती ताश एवं ₹5770 जप्त कर तीन आरोपियों के विरुद्ध जुआ एक्ट के तहत कार्यवाही की गई।

नाम आरोपी – 1.राजेश सोनी पिता सत्यनारायण सोनी उम्र 48 वर्ष सरजू बगीचा
2.उमेश सोनी पिता जगदीश सोनी उम्र 54 वर्ष निवासी जूना बिलासपुर
3.राजू सोनी पिता बालाराम सोनी उम्र 50 वर्ष निवासी जबड़ा पारा सरकंडा

संपूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक परिवेश तिवारी, सहायक उपनिरीक्षक हेमंत आदित्य, आरक्षक बलवीर सिंह, विवेक राय, अविनाश कश्यप ,प्रमोद सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

सवाल यह कि जुआ खेलना एक सामाजिक बुराई है इस खेल से हजारों परिवार तबाह हो गए हैं और बर्बाद हो रहे हैं बावजूद इसके जुआ खेल को रोकने कोई ठोस कदम उठाए नहीं जाते,पुलिस जुआरियों को पकड़कर न्यायालय में पेश कर देती है और फिर किसी और स्थान पर जुआ खेलने की सूचना पर पुलिस निकल पड़ती है जुआरियों को पकड़ने क्या ऐसे में सामाजिक बुराई के इस खेल को रोका जा सकता है!

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