बिलासपुर

गंदा है….. पर धंधा है!

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर -: गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल संगीत सुनते ही लोग अपने अपने घरों से कचरा निकाल कर कचरा गाड़ी में डाल देते हैं किन्तु यह लोगों के घरों से निकला कचरा आखिकार जाता कहाँ है। ये हम आपको बताते हैं कि स्मार्ट सिटी और निगम का “दोषपूर्ण कचरा प्रबंधन” की वजह से आम जनता परेशान है और कुप्रबंधन की वजह से हैदराबाद की बेस्ड रामके ठेका कंपनी सुर्खियों में है।

लोगों के घरों से निकला कचरा नियमानुसार जहां डंप किया जाना चाहिए उसे कंपनी के लोग कहीं भी डंप कर रहे हैं जिससे पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ साथ लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। लोग परेशान हैं।

एक तरफ कचरा उठाने के लिए निगम द्वारा लगभग 1 करोड़ 5 लाख रुपये महीना हैदराबाद की बेस्ड रामके ठेका कम्पनी को दिया जा रहा है वही दूसरी तरफ बेस्ड रामके ठेका कंपनी के लोग कचरे को इंडस्ट्रीज एरिया नर्मदा कोल्डड्रिंक के पीछे खुले मैदान में कचरा डंप किया जा रहा है इतना ही नहीं आसपास के वार्डो का भी कचरा इसी स्थान पर डंप किया जा रहा है। डंप, सड़े गले कचरे से उठने वाली तीक्ष्ण बदबू लोगों को बीमार करनें काफी है।

मिली जानकारी के अनुसार यह जगह एक सड़क है जिसका उपयोग ग्राम नागपुर,परसदा,सिरगट्टी,बिलासपुर आने जाने वालों के द्वारा बरसों से किया जा रहा है लोग हैरान हैं कि इसके बाद भी कंपनी द्वारा कचरा प्रतिदिन यही डंप किया जा रहा है।

वार्ड नं 9 जो परसदा ग्राम का हिस्सा है इसके पार्षद बताते हैं कि नगर निगम के प्रभारियों को शिकायत करने के बाद भी कचरा यहीं पर डंप किया जा रहा है शिकायत की जानकारी महापौर से लेकर निगम आयुक्त को भी है लेकिन जिम्मेदार दुर्व्यवस्था पर रोक लगाने नाकाम साबित हो रहे हैं क्योंकि कचरा फिर भी यही डंप किया जा रहा है?

अब एक सवाल कि जब ठेका कंपनी को कचरा उठाने लगभग एक करोड़ पांच लाख रुपए प्रति माह दिया जाता है और उसकी निगरानी के लिए कचरा नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है बावजूद इसके कचरा वैध जगह डंप क्यों नहीं किया जा रहा है?

इतनी बड़ी लापरवाही को निगम आयुक्त और महापौर क्यों अनदेखी कर रहे हैं?

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