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थाना इंचार्ज नें…पीड़ित महिला की नहीं लिखी रिपोर्ट…पीड़िता नें पुलिस के उच्च अधिकारियों से लगाई गुहार।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में महिला अपराध के मामलों में तत्काल छानबीन एवं अभियोजन हेतु 6 जिले जिसमें बिलासपुर जिला भी शामिल है महिला विरुद्ध अपराध अन्वेषण इकाई का गठन कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक/उप पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी के प्रभार में किया गया है किंतु सिरगिट्टी थानें में एक पीड़ित मजदूर महिला नें सिरगिट्टी पुलिस पर उसकी शिकायत नहीं लिखने व आरोपियों से सांठगांठ कर संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या है मामला

सिरगिट्टी थाने में एक गरीब मजदूर महिला खुद की जमीन पर मकान बनाने पर आपत्ति करते हुए एक बिल्डर और उसके साथियो द्वारा की गई पिटाई से घायल होने की रिपोर्ट लिखाने आती है थाने में उसकी रिपोर्ट लिखे जाने की बजाय उसे थाने से ही भगा दिया जाता है।

क्या है आरोप

मजदूर,मजबूर,बेबस,असहाय और गरीब पीड़िता जमुना यादव का आरोप है कि उसने बिल्डर से नगपुरा ग्राम में जमीन खरीदी थी लेकिन जब वह तहसीलदार के आदेश के बाद खरीदी गई जमीन पर झोपडी बनाने के मकसद से पहुची तो बिल्डर विजय सिंह, हरेंद्र सिंह और उसके साथियों ने उसके साथ न सिर्फ बेहरमी से मारपीट की बल्कि उसके कपड़े भी फाड़ दिए।

पीड़िता की एक ना सुनी

बिल्डरों के चुंगल से किसी तरह से बचकर पीड़िता जमुना यादव जब न्याय की आस में सिरगिट्टी थाने पहुची तो पुलिस ने महिला के साथ हुई इस गम्भीर मामले में किसी प्रकार की कार्यवाही करना तो दूर महिला की शिकायत भी दर्ज नहीं की, बिल्डर के आगे नतमस्तक पुलिस ने महिला को थाने से ही डरा,धमकाकर,भगा दिया, दबंग बिल्डरों के हाथों सरेआम बेइज्जत, दुर्व्यवहार की शिकार हुई।

डीजीपी,आईजी और एसपी से शिकायत

पीड़ित महिला की जब थाने रिपोर्ट नहीं लिखी गई तो उसने छत्तीसगढ़ के डीजीपी बिलासपुर आईजी और एस पी से मामले की शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाते हुए बिल्डर और दोषी पुलिस वालों पर कार्यवाही की मांग की है।

बिल्डर को संरक्षण

पीड़िता जमुना यादव का आरोप है कि गरीब और मजदूर होने के के कारण पुलिस ने उसे थाने से बैरंग लौटा दिया थाने में महिला डेस्क होने के बाद भी पुलिस ने किसी महिला विवेचक से उन्हें बात भी नहीं करने दी।

थाना इंचार्ज बेपरवाह

बिलासपुर आईजी और एसपी से लिखित शिकायत के बाद भी सिरगिट्टी थाना प्रभारी ने इतने गंभीर मामले में कोई रुचि नहीं ली महिला सुबह से लेकर शाम तक तीन से चार बार थाने के चक्कर लगा चुकी है पर उसकी अभी भी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है कोर्ट से लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों ने आदेश है कि महिला संबंधित अपराधों का तत्काल FIR दर्ज कर कार्यवाही की जाये, पर सिरगिट्टी पुलिस को इन आदेशों की कोई परवाह नहीं।

महिला के खिलाफ रचा जा रहा षड़यंत्र!

सूत्र बताते हैं कि अपने खिलाफ हुई बड़े अधिकारियों से शिकायत के बाद महिला को किसी पुराने मामले में फसा देने का षड्यंत्र किया जा रहा है। पीड़िता जमुना यादव ने सिरगिट्टी थाना प्रभारी और बिल्डर सहित उनके गुर्गों पर तत्काल FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की गुहार बड़े अधिकारियों से लगाई है।

अब देखना होगा कि आम जनता के बीच पुलिस मित्र कार्यक्रम में भाग लेकर महिलाओं को जागरूक करने और थानों में संवेदना कक्ष का निर्माण का उद्घाटन समारोह में महिलाओं के प्रति संवेदना प्रकट करनें वाले पुलिस के बड़े अधिकारी, महिला द्वारा लगाए गंभीर आरोपों की जांच के बाद थाना प्रभारी और बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई करते हैं या नहीं।

पुलिस के बड़े और जिम्मेदार अधिकारियों चाहिए कि पीड़िता को इंसाफ दिलाने ठोस कदम उठाए ताकि भविष्य में इस प्रकार किसी मजबूर महिला को थाने की चौखट से निराश होकर लौटना ना पड़े और पुलिस की क्षवि भी धूमिल ना हो।

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