बिलासपुर

सेंट जेवियर्स भरनी स्कूल में, छात्रों के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट और हंगामा… पुलिस हस्तक्षेप से बड़ी घटना टली… पालक संघ नें स्कूल प्रबंधन पर तत्काल कार्यवाही की मांग की।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। सेंट जेवियर स्कूल भरनी में चल रहे प्रेक्टिकल दौरान छात्रों के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई। बीच-बचाव करने गए पैरेंट्स को भी दौड़ाकर पीटा गया। मारपीट में लड़कों ने रॉड, हॉकी स्टिक और बेसबॉल के बैट का उपयोग किया गया है। विवाद की शुरुआत लड़कियों से छेड़खानी करने और उनके कपड़े खिंचने के बाद हुई। विवाद इतना बढ़ा की थाने से पुलिस बल बुलाना पड़ा।

मिली जानकारी के अनुसार सेंट जेवियर स्कूल में मंगलवार को छात्रों के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट, तोड़फोड़ और लड़कियों के साथ छेड़खानी की गई। इस दौरान स्कूल में दो घंटे तक दहशत का माहौल बना रहा। स्कूल कैम्पस के अंदर एक दूसरे को छात्र दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहे थे। स्कूल के छात्र न तो टीचर्स से संभल रहे थे और न ही स्कूल के गार्ड से संभल रहे थे। अंततः उन्हें संभालने और मारपीट को शांत करने के लिए पुलिस बल मांगना पड़ा।

स्कूल कैम्पस में चल रही मारपीट को शांत करने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस को भी बहुत मेहनत करना पड़ा। शाम होते-होते पुलिस के सभी आला अधिकारी भी स्कूल कैम्पस पहुंच गए थे। पुलिस ने कुछ छात्रों को सकरी थाने लेकर चली गई है और स्कूल के टीचर्स से पूछताछ की जा रही है।

जानकारों का मानना है कि सेंट जेवियर स्कूल का शहर में कई ब्रांच है लेकिन प्रेक्टिकल की सुविधाए केवल भरनी के ही स्कूल में है। पढ़ाई के बाद प्रैक्टिकल करने के लिए दूसरी शाखाओं के बच्चों भरनी जाना पड़ता है। बच्चों को लाने-ले जाने का काम स्कूल प्रबंधन ही करती है।

मंगलवार व्यापार विहार ब्रांच के बच्चों भरनी स्कूल में प्रैक्टिकल कर रहे थे। इसी दौरान भरनी कैम्पस के हॉस्टल में रहने वाले बच्चे वहां पहुंच गए। हॉस्टल के बच्चे व्यापार विहार ब्रांच की लड़कियों से छेड़खानी करने लगे। इसकी शिकायत छात्राओं ने स्कूल के टीचरों से की बावजूद इसके छात्र छेड़खानी बंद करने के बजाए और ज्यादा करने लगे। दो लड़कियों की ड्रेस खिंचकर उसे निर्वस्त्र करने का प्रयास किया गया।

इस घटना के बाद व्यापार विहार के छात्रों ने अपने पैरेंट्स को फोन करके इसकी जानकारी दे दी। इतने में हॉस्टल के छात्र उग्र हो गए और सब अपने-अपने कमरे से रॉड, हॉकी स्टिक और बेसबॉल के बैट ले आए। फिर व्यापार विहार और हॉस्टल के छात्रों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गई।

छात्र कैम्पस के अंदर जान बचाने के लिए इधर-भागने लगे। इतने में बच्चों के पेरेंट्स भी पहुंच गए और स्कूल परिसर में शोरगुल,हंगामा और बच्चों को दौड़ते भागते देखे तो वो अपने बच्चों को बचाने के लिए बाउंड्रीवाल कूदकर अंदर घुसे। होस्टल के छात्रों ने कई पैरेंट्स को भी जमकर पीटा।

इस दौरान स्कूल के दर्जनों टीचर्स, पैरेंट्स और स्कूल के गार्ड्स ने भी बच्चों को समझाने का प्रयास किया।

पुलिस के आला अधिकारी भी स्कूल कैम्पस में डेरा डाल दिया था। देर शाम तक पुलिस की करवाई और पूछताछ चल रही थी।

वही इस घटना पर सर्व पालक संघ की ओर से प्रतिक्रिया आई है कि कल हम जिला शिक्षा अधिकारी, कलेक्टर, संयुक्त संचालक, शिक्षा सचिव एस पी आई जी को ज्ञापन सौपेगे। इसकी शिकायत करेंगे की जब बच्चों का एडमिशन व्यापार विहार मे लिया जाता है तो बच्चों को भरनी st Xaviers मे एग्जाम के लिए क्यों ले जाया जाता है, भगवान ना करे कभी रास्ते को कोई अनहोनी हो जाये ऐसी स्थिति मे जिम्मेदारी किसकी होगी? नींद मे सो रहे शिक्षा विभाग की, कलेक्टर की, स्कुल प्रबंधन की,किसकी होगी? स्कुल संचालक के खिलाफ मनमानी करने के लिए तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए। स्कुल प्रबंधन अपनी मनमानी के चलते बच्चों की जान से तथा उनके भविष्य से खिलावाड़ कर रहे हैं।

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