पत्थर खदान में अवैध ब्लास्टिंग से घरों में पड़ रही दरार…शिकायत लेने से थानेदार का इंकार…ये है कांग्रेस सरकार!

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। पुलिस का काम लोगों की जान और माल की सुरक्षा करना। लेकिन रतनपुर थाने के दरोगा नियम कानून से हटकर खदान ठेकेदार की खदान बचाने की व्यवस्था में लगे हुए हैं इसलिए वो पत्थर खदान में हो रहे ब्लास्टिंग से गरीबों के आवास में पड़ रही दरारों की शिकायत तक ग्रामीणों से लेने इंकार करते हैं बात इतनी होती तो समझ आता ग्रामीणों का साफ तौर से कहना है कि दारोगा साहब कहते हैं कि जहाँ शिकायत करना हो कर दो कुछ नहीं होगा।

अब आप ये जान लीजिए कि आखिर मामला क्या है और कहाँ का है।
मामला रतनपुर थाना अंतर्गत बिल्हा विकास खंड के ग्राम पंचायत का खैरखुँडी ग्राम पंचायत का है जो पत्थर पहाड़ से लगा हुआ है यहां की आबादी लगभग एक हजार से ऊपर है गांव से लगे पत्थर पहाड़ को खनिज विभाग ने ठेकेदार को लीज पर दिया हुआ है जानकारी के अनुसार पत्थर खदान में विष्फोट कर पत्थर तोड़ने की अनुमति नहीं है किंतु ठेकेदार द्वारा लगातार अवैध रूप से पत्थरों पर बारूद लगा तेज धमाका कर पत्थरों को तोड़ रहा है जिससे विस्फोट से धरती में एक तेज कंपन होता है वहीं धमाका इतना तेज होता है कि ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया है। उनके घरों की दीवारों पर दरार पड़ गए हैं उन्हें लगता है कि उनके घर कभी भी गिर सकते हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि जब इस बात की शिकायत लेकर रतनपुर थाने जाते हैं थानेदार पत्थर खदान में विस्फोट की शिकायत सुनकर ग्रामीणों को उल्टे पैर थाने से लौटा देते हैं कहते हैं शिकायत नहीं लूंगा… जहां जाना हो जाओ!
जहां शिकायत करनी हो कर दो!
अब जान माल की सुरक्षा व्यवस्था देखने वाली पुलिस और थाना इंचार्ज यदि ग्रामीणों से शिकायत पत्र लेने से इंकार करे तो ग्रामीणों बेचारे अपना आशियाना और अपने परिवार की जान बचाने कहां जाएं! ये एक बड़ा सवाल खड़ा होता है पुलिस की पुलिसिंग पर….क्रमश…