बीईओ और डीईओ की उदासीनता उजागर… व्यवस्था से नाराज पालकों नें कलेक्टर को सौपा ज्ञापन।

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। विकास खंड शिक्षा कार्यालय बिल्हा अंतर्गत संचालित शासकीय नवीन प्राथमिक शाला सिरगिट्टी से बड़ी संख्या में पालकों नें पार्षद के साथ आकर शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कलेक्टर बिलासपुर को ज्ञापन सौंपा है।
पार्षद सहित साथ आए पालकों का कहना था कि शाला में कुल 202 बच्चे अध्ययनरत हैं जबकि उन बच्चों को पढ़ाने के लिए सिर्फ दो शिक्षक है अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पहली से पांचवीं तक की 5 क्लास को महज दो शिक्षक पढ़ा रहे हैं तो अध्यापन कार्य की गुणवत्ता क्या होगी।
दूसरी समस्या यह कि 5 क्लास के लिए महज 3 कक्ष ही हैं ऐसे में एक कक्ष में दो दो क्लास लगाई जा रही है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
तीसरी समस्या स्कूल में बाउन्ड्री वाल का अभाव है इसलिए दिन ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं।कमोबेश ज्यादातर सरकारी स्कूलों में उपरोक्त समस्या देखने और सुनने में आती है। लेकिन जिम्मेदार तनख्वाह खोर अधिकारी इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाते।
अब एक गंभीर सवाल यह कि पालकों नें विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी बिल्हा को या जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर को ज्ञापन क्यों नहीं सौंपा? कलेक्टर बिलासपुर को क्यों?
बहरहाल जब कोई समस्या ज्ञापन शाला से निकल कर विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी को नजर अंदाज करते हुए सीधे कलेक्टर के पास आए तो मतलब साफ है कि शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे हैं।