बीईओ की उपस्थिति में आपस में लड़ बैठे कर्मचारी,गाली गलौज के बाद मारपीट फिर पटका पटकी…! बीईओ से सवाल पूछने की बजाय, डीइओ नें बीईओ से ही सवाल पूछने की नसीहत मीडिया को दे दी!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। “शिक्षा” मतलब पुस्तक या शिक्षक के माध्यम से प्राप्त होने वाली विद्या; बच्चों को दिया जाने वाला ज्ञान; तालीम; चारित्रिक और मानसिक शक्तियों का विकास दक्षता, निपुणता, प्रशिक्षण; सबक; दंड और उपदेश देने वाले विभाग अंतर्गत संचालित स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था की देख रेख करनें वाला कार्यालय और कार्यालय में पदस्थ अधिकारी के उपस्थिति में ही जब कार्यालय के कर्मचारी आपस में ही गंदी गंदी गालियां बकते हुए लड़ बैठें तो फिर सवाल उठना लाजमी है की यह कैसा शिक्षा विभाग और इसके जिम्मेदार अधिकारी क्यों झाड़ रहे अपनी जिम्मेदारी से पल्ला!
जी हाँ हम बात कर रहे हैं विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बिल्हा की जहां वर्तमान में प्रभारी विकास खंड शिक्षा अधिकारी के रुप में रघुवीर सिंह राठौर पदस्थ हैं। और आज इनके ही कार्यालय के कर्मचारियों के बीच आपस में बेदम मारपीट हुई बल्कि गंदी गंदी गालियां से कार्यालय गूँज उठा,उस दौरान कार्यालय में महिला स्टाफ और कुछ शिक्षिकाएं भी उपस्थित थी नजारा शर्मसार करनें वाला था।
झगड़े की वजह जो भी हो लेकिन कार्यालय प्रमुख की उपस्थिति में घटना का होना कई गंभीर सवाल खड़े करता नजर आता है।
जब हमनें प्रभारी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी रघुवीर सिंह राठौर का पक्ष जानने उन्हें कई बार फोन लगाया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। मतलब साफ था कि अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था।
फिर हमनें जिला शिक्षा अधिकारी को फोन लगाया और उन्हें घटना से अवगत कराते हुए उनका पक्ष जानने घटना को लेकर सवाल पूछते हुए उनका पक्ष जानना चाहा तो उनका जवाब था कि आप बीईओ से पूछो। यहाँ भी पल्ला झाड़ने जैसा जवाब था।
एक प्रत्यक्षदर्शी नें जब घटना की जानकारी डीइओ साहब को दी तो डीईओ साहब नें उसे पुलिस थाने जाने की सलाह दे दी।
अंत में बस इतना ही कि जब जिम्मेदार ही जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने जैसा रवैया अपनाएंगे तो फिर कर्तव्यनिष्ठा,दायित्व किनके द्वारा निभाया जाएगा।
यदि इनसे भी उच्च अधिकारी इस खबर को पढ़ रहे हो तो खबर को संज्ञान में लेकर कोई ठोस कदम उठाएं ताकि भविष्य में ऐसा कोई मामला सामने आने पर अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी याद रहे।