क्रेडा में कार्यरत प्लेसमेंट अधिकारी कर्मचारी नें किया काम बंद…मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक शोषण का गंभीर आरोप… दबाव बनाने संघ से इस्तीफा व नक्सल प्रभावित जिलों में किया जा रहा स्थानांतरण!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। कोई भी संघ बेवजह काम बंद, कलम बंद, हड़ताल, प्रदर्शन, आंदोलन धरना आदि जैसा कदम नहीं उठाते।
छत्तीसगढ़ क्रेडा प्लेसमेंट कर्मचारी कल्याण संघ नें अधिकारियों को लिखे 5 पत्रों का हवाला देते हुए एक पत्र के माध्यम से क्रेडा में कार्यरत सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा काम बंद किए जाने की बात कही है।
उन्होंने 16/03/2023 को लिखे पत्र के माध्यम से विभाग और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है उनका आरोप है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश भर में क्रेडा विभाग अंतर्गत विगत कई वर्षों से विभिन्न कार्यालयों एवं ऊर्जा पार्कों व कार्यालयों में विभिन्न पदों पर प्लेसमेंट कंपनी के माध्यम से कार्य कर रहे हैं। जिनके साथ शारीरिक,मानसिक व आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
जिसके विरुद्ध समस्त कर्मचारियों द्वारा संघ बनाकर नियमानुसार अपनी मांगों को उठाने पर उनकी आवाज को दबाने उनके पदाधिकारियों एवं संघ के सदस्यों को डराया धमकाया एवं नक्सल क्षेत्रों में स्थानांतरण किया जा रहा है।
वहीं प्लेसमेंट कर्मचारियों को क्रेडा प्रधान कार्यालय बुलाकर जो संघ से जुड़े हैं को बल पूर्वक संघ से इस्तीफा दिलाया जा रहा है।अधिकारी नें संघ द्वारा रखे गए मांगों को पूरा करनें का झूठा आश्वासन देते हुए संघ के पदाधिकारियों का रातों रात स्थानांतरण कर दिया गया है।जिसके चलते संघ नें सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि क्रेडा विभाग के समस्त कार्यालयों/ऊर्जा पार्कों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मियों को क्रेडा प्रधान कार्यालय मांगों को पूरा करनें अपनी सहमति या आश्वासन साथ ही जिनका वर्तमान में स्थानांतरण किया गया है और जिनका किया जाना प्रस्तावित है उसे रोका जाय। मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में कर्मचारी कलम बंद काम बंद कर शांति पूर्वक कार्यालय के बाहर बैठेंगे।
बहरहाल राजधानी रायपुर सहित प्रदेश भर के कर्मचारियों नें शांतिपूर्ण ढंग से अपना आंदोलन जारी रखा है देखना होगा कि छत्तीसगढ़ क्रेडा प्लेसमेंट कर्मचारी संघ के बैनर तले शांतिपूर्ण ढंग से किए जा रहे प्रदर्शन से क्या उनकी मांगे पूरी होती है या नहीं!