एक समाजसेवी का “स्वच्छता” संकल्प…लोगों को दे रहा प्रेरणा।

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही :-जीपीए जिले के आसपास के इलाकों में एक समाजसेवी युवक पिछले 7 साल से स्वच्छता
अभियान का अलख जगाते हुए अपनी युवा पीढ़ी को संदेश दे रहा है वह भी निस्वार्थ भाव से। उसके सार्वजनिक संकल्प के चलते अब लोग उससे प्रेरणा भी लेने लगे हैं।
हर्ष छाबरिया जीपीएम जिले के लिए कोई नया नाम नहीं है ना ही किसी परिचय का मोहताज है। जिले के बच्चे,युवा और बुजुर्गों के दिलों में बसते हैं हर्ष। प्रसाशनिक अधिकारियों से लेकर राजनीतिक पार्टियों के तमाम लोग उन्हें उनके मिलनसार व्यक्तित्व के चलते स्नेह और सम्मान देते हैं।
समाजसेवा करते हुए हर्ष नें सात साल पहले ही सार्वजनिक संकल्प लेते हुए स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी। आज उनकी स्वच्छता अभियान की टीम उनके संकल्प को साकार कर रही है।
हर्ष स्वच्छता अभियान के कार्य में अपनी टीम के साथ खुद से करते हैं साफ सफाई का काम, जिसे देखकर लोगों को प्रेरणा मिलती है।
लोगों का कहना है कि कल तक भुतहा तालाब के नाम से जाना जाने वाला तालाब के इर्दगिर्द पसरी गंदगी और उगे हुई झाड़ियां लोगों को इस ओर आने से रोकती थी किंतु हर्ष का स्वच्छता संकल्प नें इस तालाब का कायाकल्प करके रख दिया। अब यह तालाब शहर की खूबसूरती का केंद्र बन चुका है ऐसी खूबसूरती कि लोग अब भुतहा तालाब को दुर्गा सरोवर के नाम से जानने लगे है। यह कारनामा कर दिखाया है पेण्ड्रा के समाजसेवी हर्ष छाबरिया ने जिनके अथक प्रयासों का परिणाम कि आज दुर्गा सरोवर अद्भुत और खूबसूरत नजर आने लगा है।
हर्ष कहते हैं “स्वच्छता” पर्यावरण संरक्षण का एक अंग है स्वच्छ रहकर हीं स्वस्थ जीवन की कल्पना की जा सकती है। इसी तर्ज पर तालाब हमारी धरोहर और शहर को स्वक्ष बनाने का हमनें बीड़ा उठाया है पेण्ड्रा के समाजसेवी हर्ष ने जो शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यताओं वाली जगहों को संवारने के लिए संकल्पित नजर आते है।
वही यह अभियान बीते 7 सालों से चलाया जा रहा है जिसके लिए हर्ष छाबरिया एवं उनकी पूरी टीम प्रतिबद्ध है जो लगातार निःस्वार्थ सेवा भाव से सार्वजनिक जगहों के सफाई का बीड़ा उठाये हुए है।
ऐतिहासिक और क्षेत्र का सबसे पुराना हाई स्कूल की सफाई :-
पेण्ड्रा शहर का सबसे पुराना विद्यालय हाई स्कूल अपने आप मे काफी महत्व रखता है यह वही विद्यालय है जहाँ से प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजित प्रमोद जोगी , मथुरा प्रसाद दुबे जैसी महान विभूतियां पढ़कर निकली है इस ऐतिहासिक मैदान की सफाई का जिम्मा 7 सालो से हर्ष छाबरिया और उनकी टीम सफाई अभियान चला रही है।
हर्ष ने बताया कि हाईस्कूल का यह मैदान शहर के मध्य में है, स्थानीय लोग यहाँ सुबह शाम टहलने आते है,बच्चे खेलते कूदते रहते है, बरसात के दिनों में मैदान के चारों ओर झाड़ियां उग जाती है, ऐसे में यहां आने वालों को मायूसी और परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसलिए अपनी टीम के साथ इस मैदान की सफाई की जिम्मेदारी पूरी करते हैं।
मैदान के साफ़ होने से लोगों के चेहरे में जो मुस्कान दिखाई देती है, उससे मन को शुकुन मिलता है।
हर्ष बीते 7 सालों से इस मुहिम में लगे हुए है वही जब इसपर हर्ष छाबरिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह हमारा नगर है जिसके साफ सफाई और स्वच्छता की जवाबदेही हम सबकी है साथ ही यह अपील भी की कि हाई स्कूल का मैदान ,दुर्गा सरोवर , शीतला सरोवर यह हमारी ऐतिहासिक धरोहर है जिसके संरक्षण और संवंर्धन की जवाबदेही हम सबकी है।
कुछ असामाजिक तत्व लोग इन जगहों पर बैठकर शराबखोरी करते है जिस पर अंकुश लगना चाहिए और पुलिस प्रशासन को भी इन जगहों पर हो रही शराबखोरी पर कार्यवाही करनी चाहिए ताकि शहर की स्वच्छता बनी रहे जिस दिन पूरा शहर और प्रशासन मिलकर शहर को साफ सुथरा रखने का संकल्प लेगा उस दिन मेरी यह सेवा सार्थक सिद्ध होगी और स्वच्छ पेण्ड्रा और जिला हो पायेगा।
जिस प्रकार महात्मा गांधी जी नें अपने आस पास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबधी शिक्षा और संदेश भारत की जनता को दिया था ठीक उसी प्रकार हर्ष और उनकी टीम अपने जिले के लोगों से अपील करती है कि अपने आस पास की धरोहर को चाहे तालाब हो मैदान हो या फिर गार्डन को स्वच्छ रखें ताकि गांधीजी के स्वच्छ भारत स्वप्न को पूरा किया जा सके।