रेत छानने की जाली लगाकर नदी में बैठे हैं रेत चोर…कुछ तो शर्म करो चौकीदार!

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर – खनिज प्रशासन कार्यालय से महज 2 किलोमीटर दूर बिलासपुर से लगे शनिचरी रपटा के पास रेत की अवैध खुदाई और परिवहन किया जा रहा है। वाहन चालकों नें बताया कि 40 से 50 ट्रैक्टर रेत बेच रहे। ट्रेक्टर पर दिए ट्रेक्टर नम्बर पर कॉल कर मालिक से पूछा गया कि रायल्टी पर्ची बगैर रेत निकाली जा रही है पकड़ लिए गए तो मालिक ने कहा मैनें तो किराए पर दिया है और फोन काट दिया गया।
अवैध खनन क्षेत्र में एक नवयुवक आया उससे पूछा गया तो उसने बताया कि उसे 100 रुपए एक ट्रिप का मिलता है बस।
आश्चर्य तब हुआ जब देखा कि रेत चोरों को चौकीदार(खनिज निरीक्षक) का बिल्कुल भी भय नहीं इसलिए नदी पर ही रेत छानने की व्यवस्था कर डाली,खनिज अधिकारियों की उदासीनता का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है। यहां पर खुलेआम जमकर रेत की अवैध खुदाई और तस्करी हो रही है।
लोगों द्वारा उपसंचालक खनिज दिनेश मिश्रा से इस बात की दर्जनों शिकायतें होने के बाद भी वे इस खनिज चोरी और अरपा नदी में रेत की अंधाधुंध अवैध खुदाई को रोकने में,पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं। अब वे अपनी इस नाकामी का बदला “खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे” की तरह उन पत्रकारों से ले रहे हैं, जो बिलासपुर शहर के आसपास सहित पूरे जिले में चल रहे रेत के अवैध गोरखधंधे को लेकर खबरें छाप और दिखा रहे हैं।
बिलासपुर शहर के सभी प्रमुख और प्रतिष्ठित समाचार पत्रों समेत इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ऐसा कोई दिन नहीं जाता,जब बिलासपुर में रेत के सौदागरों तथा खनिज और पुलिस विभाग की मिलीभगत से हो रही रेत की अंधाधुंध अवैध खुदाई की खबरें न रहती हों।
ऐसी खबरों से खिसियाए उपसंचालक खनिज के द्वारा उन पत्रकारों और मीडिया कर्मियों से खुलेआम बदसलूकी की जा रही है जो उनके पास इस रेत चोरी के मामले को लेकर उनका वर्जन अथवा बाइट लेने पहुंचते हैं।
फिलहाल इन तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि चोर चोर मौसेरे भाइयों ने मिलकर ठान लिया है कि चाहे जो हो जाय रेत चोरों पर कार्यवाही नहीं करेंगे?