आय से अधिक संपत्ति मामले में हुई एक और “पटवारी” के खिलाफ ACB में शिकायत!

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। जिला बिलासपुर राजस्व विभाग में पदस्थ पटवारियों के खिलाफ शिकायतों का अंबार लग रहा है कभी एसडीएम से तो कभी कलेक्टर से लेकिन कार्यवाही ना होता देख अब सीधे सीधे एसीबी से शिकायत हो रही है। बावजूद इसके भ्रष्टाचार की शिकायतों का ग्राफ कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है।
इस बार शिकायतकर्ता नें पटवारी रामफल वस्त्रकार, ग्राम पंचायत मनपहरी हल्का नम्बर 27 ब्लाक कोटा पटवारी के खिलाफ एसीबी में आय से अधिक संपत्ति के मामले में लिखित शिकायत की है। शिकायतकर्ता नें पटवारी की ऐसे तमाम संपत्तियों का उल्लेख किया है जो भ्र्ष्टाचार से अर्जित कर की गई है। सूत्रों की माने तो एंटी करप्शन ब्यूरो मामला दर्ज कर जांच करने की तैयारी में जुट गई है।
कलेक्टर की जन चौपाल,पुलिस के जनदर्शन में आए शिकायती आवेदन मे राजस्व विभाग और उसमें पदस्थ अधिकारी और पटवारियों की पोल खोल कर रख दी है रही सही कसर आय से अधिक मामले में पटवारियों के खिलाफ एसीबी मे गई शिकायतों से पूरी हो जाती है।
जी हाँ राजस्व विभाग के पटवारियों की शिकायत अब एन्टी करप्शन ब्यूरो से की जाने लगी है हाल ही में पटवारियों के खिलाफ आय से अधिक बेहिसाब कमाई के मामले में एसीबी कार्यालय में शिकायत आई है।
ये भी सच है कि दो दशक पहले तक हल्का पटवारी सायकल में अपने हल्का का भूमि संबंधी कार्य निपटाया करते थे किराए के घर पर निवास करते थे आज खुद के मकान और खुद के चारपहिया वाहनों से नीचे सवारी नहीं करते।
जब इस मामले में पटवारी रामफल वस्त्रकार से संपर्क साधने फोन लगाया तो उनका फोन स्वीच ऑफ आ रहा था।
राजस्व मंत्री को चाहिए कि आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के मामले में चिन्हित पटवारियों पर विशेष नजर रखी जाय और उनकी विभागीय जांच कराई जाय ताकि उनके हल्के के आमजनता उनके उगाही की शिकार ना हो सके।
वहीं देखा जाए तो पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा बिलासपुर मे पटवारियों के खिलाफ ACB मे शिकायत हुई है। या यूं कहे की राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार के मामले में बिलासपुर पहले पायदान पर है।
फिलहाल आय से अधिक संपत्ति मामले में पटवारियों की संम्पत्ति जांच का जिम्मा एन्टी करप्शन ब्यूरो के पास है देखना होगा कि एंटीकरप्शन ब्यूरो की जांच में पटवारियों के खिलाफ क्या कुछ निकल कर कब तक सामने आता है!
जिले में राजस्व पटवारियों के खिलाफ लगातार भ्र्ष्टाचार की शिकायतें राजस्व प्रमुख तक पहुँच रही हैं बावजूद इसके इन पर कार्रवाई ना होना राजस्व प्रमुख की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है जरूरत है कड़े कदम उठाए जाने की ताकि आम नागरिक को रिश्वत देकर काम ना कराना पड़े।