सकरी तहसीलदार नें भ्रष्टाचार पर नकेल कसने उठाया कदम…जमीन दलालों में मचा हड़कंप…

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। राजस्व विभाग में भ्र्ष्टाचार किस कदर हावी है ये बात किसी से छुपी नहीं है राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाहे बगाहे भ्र्ष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं कुछ राजस्व अधिकारी और पटवारियों के खिलाफ एंटीकरप्शन ब्यूरो नें आय से अधिक संपत्ति मामले में अपराध दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी है। ऐसे में बढ़ते भ्र्ष्टाचार पर नकेल कसने सकरी तहसीलदार जो कदम उठाया है वह काबिले तारीफ़ है।
प्रदेश भर में राजस्व विभाग के दामन पर भ्रष्टाचार की कालिख पोतने की खबरें आती रहती हैं। भूमाफियाओं और कॉलोनाइजरों से सांठगांठ के आरोप इस विभाग के लिए साधारण बात है पक्षकारों के प्रकरणों की सुनवाई और रिश्वत की मांग पूरी नहीं होने पर लेट-लतीफी को लेकर हमेशा सुर्खियां बटोरता है लेकिन सकरी तहसीलदार अपने कार्यालय में भ्र्ष्टाचार एवं प्रकरणों की सुनवाई में हो रही लेटलतीफी पर अंकुश लगाने किए जा रहे प्रयासों को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं।
मामला सकरी तहसील कार्यालय का है यहाँ हाल ही में पदस्थ तहसीलदार अशवनी कंवर ने भ्र्ष्टाचार रोकने महत्वपूर्ण कदम उठाया है उनके द्वारा तहसील परिसर में जगह-जगह फ्लेक्स लगाया जा रहा है जिसमे स्पष्ट रूप से उन्होंने क्षेत्र के समस्त आमजन एवं पक्षकारो को संबोधित करते हुए लिखा है कि उनके सकरी तहसील कार्यालय संबंधी कार्य कराने के लिये किसी व्यक्ति, जमीन ब्रोकर (दलाल) के द्वारा तहसीलदार के नाम पर अगर रुपये की मांग की जाती है तो तत्काल उनके मोबाईल नम्बर 8959375619 पर इसकी सूचना दे एवं उसके सम्बंध में लिखित रूप से कार्यालयीन समय मे शिकायत पत्र भी प्रतुत कर सकते है इस पोस्टर की जानकारी जैसे ही जमीन कारोबार से जुड़े बिचौलियों को हुई तो उनके बीच हड़कंप मच गया।
सभी तहसील कार्यालय में दलाल सक्रिय हैं ग्रामीण क्षेत्र के भोले भाले ज्यादातर पक्षकारों को शासन द्वारा बनाये गए नियमो एवं प्रक्रियाओं की जानकारी नहीं होती इस बात का फायदा कार्यालय के इर्द गिर्द रहने वाले दलालों द्वारा उठाया जाता है और उक्त कार्य कराने के एवज में एक मोटी रकम पक्षकारो से ऐंठ ली जाती है लेकिन तहसीलदार की इस पहल से अब आम आदमी राहत की सांस लेते दिखाई पड़ रहे है।
जानकारी के अनुसार विगत ढाई साल पूर्व तहसील कार्यालय में सी.सी. टीवी कैमरा तत्कालीन तहसीलदार अभिषेक राठौर के द्वारा लगवय गया था जो विगत साल भर से खराब होने के कारण बंद पड़ा था नवपदस्थ तहसीलदार द्वारा आते ही सब से पहले इसे ठीक कराया गया।
विदित हो कि राजस्व विभाग अपनी कारगुजारियो को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है लेकिन इस तरह से अभिनव पहल सम्भवतः जिले में पहली बार देखने को मिल रहा है इससे अब सकरी तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पक्षकारो को जरूर राहत मिलेगी।
इसी तरह तहसीलदार द्वारा अपने स्टाफ को भी स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि बेवजह पक्षकारो को न भटकाया जाये अगर उनके खिलाफ शिकायत मिलती है तो शिकायत की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
केबिन का दरवाजा खुलवाया:-
अमूमन अधिकारी अपने चैम्बर का दरवाजा अक्सर बंद ही रखते है ये एक वीआईपी परम्परा की कड़ी है लेकिन सकरी तहसील में वर्तमान तहसीलदार अशवनी कंवर द्वारा अपनी पदस्थापना के बाद चैम्बर के दरवाजे को हमेशा खुला रखवाया जाता है इस सम्बंध में सम्बंधित अधिकारी का तर्क है कि हम फील्ड स्तर के अधिकारी है हमसे हर व्यक्ति को कार्य लगा रहता है दरवाजा बंद होने की स्थिति में अपने कार्य लेकर कार्यालय पहुँचे लोग अंदर आने से झिझकते है यही झिझक दूर करने एवं आमजन से मुलाकात के लिये ये दरवाजा खुला रखवाया जाता है।
ज्ञात हो कि विगत 4 वर्ष पहले इसी चैम्बर के दरवाजे को बंद कर एक महिला तहसीलदार बैठी हुई थी तब एक रिटायर्ड शिक्षक उनसे मिलने गुहार लगाते रहे लेकिन दरवाजा नही खुला तब उक्त रिटायर्ड शिक्षक की शिकायत पर तत्कालीन कलेक्टर पी. दयानंद द्वारा सम्बंधित महिला तहसीलदार को तत्काल सकरी से हटाकर जिला कार्यालय में अटैच किया गया था।
वर्तमान तहसीलदार ना केवल लोगो के सामने एक अच्छा नजीर पेश कर रहे है बल्कि उन तमाम अधिकारियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
जिले के तमाम अधिकारियों को भी ऐसे कदम उठाना चाहिए ताकि उनके कार्यालय के इर्दगिर्द फैले भ्र्ष्टाचार रूपी दलालों और बिचौलियों की कारगुजारियों पर अंकुश लगाया जा सके।
पक्षकारो की उपस्थिति पर विशेष बल:-
सकरी के वर्तमान तहसीलदार द्वारा उनके न्यायालय में चल रहे प्रकरणों में पक्षकारो की उपस्थिति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिसके लिये तहसीलदार का तर्क है कि सामान्यतः मामलो में पक्षकार उपस्थित रहते है तो मामले की सपष्ट जानकारी के मिलने के साथ ही भ्रष्टाचार पर रोक लगता है बिचौलियों द्वारा पक्षकारो का नाम बताकर कार्य करने पर जोर दिया जाता है और कार्य होने के बाद राजस्व अधिकारियों के नाम से पक्षकारो से पैसे की मांग की जाती है। पक्षकारो की उपस्थिति से बिचौलियों की परम्परा टूटेगी और लोगो का कार्य बिना किसी आर्थिक नुकसान के निर्धारित समय पर हो जायेगा।
पक्षकारो से भी करते है अपील:-
पेशी के दौरान डाइस में तहसीलदार द्वारा सपष्ट रूप से पक्षकारो से अपील की जाती है कि उनके नाम से किसी भी व्यक्ति द्वारा अगर रुपये की मांग की जाती है तो रुपये न दे साथ ही इसकी शिकायत तत्काल करें। आम लोगो की समस्या का निदान करने के लिये हमारी पदस्थापना होती है निर्धारित नियमो एवं प्रक्रियाओं के पालन के साथ कार्य को संपादित करना हमारी जिम्मेदारी है।
बिचौलियों द्वारा राजस्व अधिकारियों के नाम पर पक्षकारो से रुपये की मांग की जाती है इससे लोगो को आर्थिक क्षति होती है और विभाग को भी बदनाम किया जाता है जिसे रोकने एवं आमजनों को जागरूक करने ये पोस्टर लगवाया जा रहा है ताकि बिचौलियों पर नकेल कसा जा सके और पक्षकारो को राहत मिल सके।
कोई भी अगर राशि की माँग करता है तो लोग बेहिचक मोबाइल से या सीधे मिलकर शिकायत कर सकता है। लोग निश्चित रहे जो नियमो एवं प्रक्रियाओं को पूर्ण करता है ऐसा कार्य समय-सीमा के अंदर ही कर दिया जायेगा लोगो को भटकना नही पड़ेगा।
अश्वनी कंवर तहसीलदार सकरी।
नवपदस्थ तहसीलदार द्वारा पक्षकारो को राहत देने अनूठा प्रयास किया गया है निश्चित ही इसका लाभ पक्षकारो को मिलेगा अधिवक्ता संघ उनके इस पहल का स्वागत करता है और उनके साथ है।