कहते हैं हौसले को उड़ान के लिए पंख की जरूरत नहीं होती, वो तो बस एक जज्बे की मोहताज होती है…

खासखबर छत्तीसगढ़ जीपीएम :- जीपीएम जिले में हर्ष छाबरिया को लोग समाज सेवक के नाम से ना केवल जानते हैं बल्कि पिछले कुछ सालों में ये उनकी पहचान बन गया है।
कहते हैं हौसले को उड़ान के लिए पंख की जरूरत नहीं होती, वो तो बस एक जज्बे की मोहताज होती है और वह जज्बा हर्ष छाबरिया और उनकी टीम में कूट कूट कर भरी हुई है।
हर्ष और उनकी टीम का मानना है कि स्वच्छता..पर्यावरण संरक्षण का एक अंग है और स्वच्छ रहकर ही स्वस्थ जीवन की कल्पना को साकार किया जा सकता है। इसी कथन को चरितार्थ करनें उन्होंने तालाब को धरोहर और शहर को स्वच्छ बनाने बनाने का बीड़ा उठाया है।
पेण्ड्रा के समाजसेवी हर्ष अपनी टीम के साथ शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यताओं वाली जगहों को संवारने के लिए संकल्पित नजर आते है।
उनके द्वारा यह अभियान बीते छः सालों से चलाया जा रहा है जिसके लिए हर्ष छाबरिया एवं उनकी पूरी टीम प्रतिबद्ध है जो लगातार निःस्वार्थ सेवा भाव से सार्वजनिक जगहों के सफाई का बीड़ा उठाये हुए है।
ऐतिहासिक और क्षेत्र का सबसे पुराने हाई स्कूल की सफाई :-
आपको बता दें कि पेण्ड्रा शहर का सबसे पुराना और ऐतिहासिक विद्यालय अपने आप मे काफी महत्व रखता है यह वही विद्यालय है जहाँ से छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजित प्रमोद जोगी,मथुरा प्रसाद दुबे जैसी महान विभूतियां पढ़कर निकली है इस विद्यालय प्रांगण में स्थित हाई स्कूल का मैदान जो नगर प्रशासन की अनदेखी की वजह से ध्वस्त होता जा रहा था तब हर्ष और उनकी टीम ने इस मैदान की साफ सफाई का बीड़ा उठाया।
हर्ष छाबरिया जो छः सालों से निरंतर निःस्वार्थ भाव से मैदान की साफ सफाई मे अपनी टीम के साथ लगे रहते है और यह काम वह निजी खर्च से वहन करते है जिसपर न तो नगर प्रशासन का कोई सहयोग होता न ही नगर प्रशासन इस ओर ध्यान देती है। जबकि उक्त कार्य नगर प्रशासन के जिम्मे होना चाहिए मगर इससे इतर यह कार्य हर्ष छाबरिया ने अपने जिम्मे ले लिया है।
यह वही मैदान है जहाँ प्रदेश के मुखिया ने अरपा महोत्सव मनाए जाने की घोषणा के बाद पहला अरपा महोत्सव मनाया गया अरपा महोत्सव के पहले भी इस मैदान की साफ़ सफाई और स्वच्छता हर्ष छाबरिया और टीम के द्वारा किया गया था। जिसके बाद प्रदेश स्तर का अरपा महोत्सव मनाया गया।
मगर प्रशासन की निरंकुशता देखिए की अरपा महोत्सव के बाद गंदगी का अंबार लगाकर जिला प्रशासन ने छोड़ दिया था जिसे हर्ष छाबरिया और उनकी टीम ने पुनः इस मैदान को स्वच्छता के लिए आगे आये और फिर से खूबसूरत मैदान सामने आया जहाँ आज सुबह लोग मॉर्निंग वॉक और इवनिंग वॉक के लिए जाते है।
भुतहा तालाब को बना दिया दुर्गा सरोवर : –
भुतहा तालाब नाम से ही पता चलता है कि जहाँ लोग जाने में डरते थे वहां पसरी गंदगी कि वजह से आम लोग इस तालाब के आसपास जाने से कतराते थे मगर समाजसेवी हर्ष की दृढ़इच्छा शक्ति और निःस्वार्थ सेवा भाव से, जो कभी भुतहा तालाब हुआ करता था वह अब मां दुर्गा सरोवर के नाम से जाना जाने लगा है। अब यहां नवरात्र के बाद दुर्गा विसर्जन किया जाता है।
तालाब हमारी धरोहर की मुहिम पर तालाबो को बचाने के लिए और उसकी सुंदरता की देखभाल प्रशासन की होनी चाहिए मगर प्रशासन की निरंकुशता का यह परिणाम है कि आज तालाब विलुप्त होते जा रहे है इन तालाबो के संरक्षण के लिए प्रशासन को भी जागरूक होना पड़ेगा तब जाकर तालाबो का सौंदर्यीकरण तालाबो का रखरखाव हो पायेगा।
शीतला सरोवर की खूबसूरती जहाँ बनाया जा सकता है चौपाटी : –
शीतला सरोवर पेण्ड्रा शहर के मध्य में स्थित यह सरोवर अब लोगो के आकर्षण का केंद्र भी बनता जा रहा है जहां काली समिति के द्वारा नवरात्र के पावन महीने में माता काली बैठाई जाती है . पहले इस तालाब में गंदगी का अंबार लगा रहता था जिसको देखते हुए नगर के समाजसेवी हर्ष और उनकी टीम ने इस तालाब को संवारने का बीड़ा उठाया और यह बता दिया कि किसी कार्य के लिए दृढ़इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास हो तो हर काम आसान है इस तालाब के सफाई के लिए हर्ष छाबरिया एवं काली समिति की पूरी टीम बधाई की पात्र है जिनके अथक प्रयासों का परिणाम है कि शहर में मध्य में स्थित शीतला सरोवर साफ़ और स्वक्छ होता जा रहा है अब इस पर नगर प्रशासन को भी सबक लेना चाहिए और इन तालाबो के रखरखाव के लिए आगे आना चाहिए जिससे इन तालाबो का सौंदर्यीकरण किया जा सके।
इस स्वच्छता अभियान में हर्ष बीते 6 सालों से लगे हुए है वही जब इस पर हर्ष छाबरिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह हमारा नगर है जिसके साफ सफाई और स्वच्छता की जवाबदेही हम सबकी है साथ ही यह अपील भी की कि हाई स्कूल का मैदान ,दुर्गा सरोवर , शीतला सरोवर यह हमारी ऐतिहासिक धरोहर है जिसके संरक्षण और संवंर्धन की जवाबदेही हम सबकी है।
कुछ असामाजिक तत्व लोग इन जगहों पर बैठकर शराबखोरी करते है जिसपर अंकुश लगना चाहिए और पुलिस प्रशासन को भी इन जगहों पर हो रही शराबखोरी पर कार्यवाही करनी चाहिए ताकि शहर की स्वच्छता बनी रहे जिस दिन पूरा शहर और प्रशासन मिलकर शहर को साफ सुथरा रखने का संकल्प लेगा उस दिन मेरी यह सेवा सार्थक सिद्ध होगी .