महादेव की अद्भुत प्रतिमा… जैसे कुछ कुछ बोल रही हो…

“महादेव की अद्भुत आलौकिक मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रतिमा,जिसके दर्शन मात्र से होती है भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण, सावन के महीने में बहती है भोले की भक्ति की बयार,भक्तो का ऐसा है दृढ़ विश्वास ,,
खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। बिलासपुर जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर सिरगिट्टीें क्षेत्र में स्थित एक पौराणिक मंदिर विराजमान है मान्यता है कि जो लोग यहा सावन मास में भगवान शिव की अलौकिक प्रतिमा का सच्चे मन से दर्शन करते है उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है।
यहा दूर दूर से भगवान शिव की दर्शन करने भक्त आते है। भोलेनाथ की भक्ति करने वाले भक्तों पर उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है। यह मंदिर यहां आने वाले भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है।
मंदिर में स्थापित भगवान शिव की प्रतिमा को देखकर ऐसा लगता है मानों कुछ ही पलों में बोलने लगेगी। जानकर बताते हैं कि यह शिव लिंग 11 वी सदी का पौराणिक शिवलिंग है।जो अपने आप में अनोखा एवं अलौकिकता से भरा हुआ शिवलिंग है।
पुजारी जी कहते हैं कि भगवान शिव को देवों के देव महादेव का दर्जा इसलिए ही दिया गया है कि पुराणों के अनुसार शिव ही सृष्टि के सृजनकर्ता हैं. शिव की पूजा आराधना करने के लिए हर दिन ही श्रेष्ठ है,परंतु श्रावण सोमवार को शिव जी कि आराधना का दिन माना जाता है।
यहां पुजारी सुबह शाम सेवा भगवान शिव की पूजा में लीन रहते है। पंडित भृगु अवस्थी ने बताया कि यहां हर दिन भगवान भोले नाथ की अलग अलग श्रृंगार किया जाता है। सावन के आखरी दिन सांध्यकाल के गोधुल बेला में भोलेनाथ का रुद्र, शांति पाठ के द्वारा श्रृंगार, हवन पश्चात महा प्रसाद का वितरण किया जाता है। भवगान शिव के दर्शन के लिए दूर दूर से भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है।