फ्री में दूध नहीं देना हितग्राही को पड़ा महंगा…डेयरी शिफ्टिंग को नियम विरुद्ध बता रोक दी अनुदान राशि…मामला पशुधन विकास विभाग का।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर।संचालनालय पशु चिकित्सा सेवायें
छत्तीसगढ़ रायपुर से जारी एक पत्र नें पशु चिकित्सा विभाग में हड़कंप मचा दिया है। सयुंक्त संचालक बिलासपुर कार्यालय से नदारद हैं तो वहीं कार्यालय में बैठे अधिकारी और कर्मचारियों को साँप सूँघ गया है कोई भी जारी पत्र के विषय में कुछ बतलाने को तैयार नहीं।मामला कुछ इस तरह का है कि राज्य डेयरी उद्यमिता योजना अंतर्गत रूपा अग्रवाल नामक महिला हितग्राही नें वर्ष 2018 में डेयरी का संचालन ग्राम बुंदेला तहसील बिल्हा से कर रही थीं वर्ष 2020 माह अप्रेल में कोरोना संकट और बोर में पानी की कमी साथ ही साथ पशुपालन के लिए बनाए गए शेड का आंधी तूफान से गिर जाने तथा लॉक डाउन नें अनेंक संकट पैदा कर दिए पशुओं की देखभाल करने वाले कर्मचारियों ने काम पर आना बंद कर दिया जिससे मूक पशुओं के भोजन पानी और दूध वितरण की समस्या आ जाने से हितग्राही नें पशुधन को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से पशु चिकित्सा सहायक अधिकारी को आवेदन देकर नियमानुसार डेयरी को गोकुल नगर बिलासपुर स्थानांतरित किया गया। हितग्राही के कथनानुसार इस दौरान बुंदेला में कुछ मवेशियों की मौत भी हो गई थी।
डेयरी के बिलासपुर स्थापित होते ही सब कुछ ठीक चल रहा था कि अचानक सयुक्त संचालक पशु धन विकास विभाग बिलासपुर कार्यालय में पदस्थ डॉ अर्चना अग्रवाल ने रूपा अग्रवाल की गोकुल नगर बिलासपुर डेयरी के दुग्ध वितरक से दुध लेना शुरू किया और जब दूध का बिल भेजा गया तो बिल का भुगतान तो किया गया किन्तु का अनुदान राशि पर रोक लगा दी गई। वज़ह डेयरी के स्थानांतरण को नियम विरुद्ध बताया गया। उपरोक्त सभी बातें आवेदक नें बताई।
अधिकारियों के इस रवैये से परेशान रूपा अग्रवाल ने इस बात की शिकायत संचालनालय पशु चिकित्सा सेवाएं रायपुर से कर दी।
फिर क्या था संचालनालय से आए पत्र से सयुक्त संचालक पशु धन विभाग बिलासपुर में हड़कंप मच गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आनन फानन में हितग्राही रूपा अग्रवाल को डेयरी स्थान्तरित किए जाने को नियम विरुद्ध बता कर नोटिस जारी किए जाने की तैयारी है ताकि फ्री में दूध और अनुदान राशि जारी करने के एवज में कमीशन मांगने की शिकायत जांच व कार्यवाही से बचा जा सके।
आवेदन देकर अनुदान राशि जारी करने में मुफ्त का दूध और घूस मांगने पर कार्यवाही करनें आवेदिका रूपा अग्रवाल द्वारा शिकायत की गयी है कि ग्राम बुंदेला विकासखंड एवं तहसील बिल्हा, जिला बिलासपुर में विगत 4 वर्षों से डेयरी संचालित कर रही है। अचानक बिजली, पानी की कमी एवं आंधी में गायो के शेड टूट जाने की वजह से पशु चिकित्सालय,बरतोरी में लिखित सूचना पश्चात् अप्रैल, 2020 में गोकुल धाम, बिलासपुर में डेयरी शिफ्ट किये
जाने को गैर कानूनी बताकर लंबित अनुदान राशि जारी करने के एवज में डॉ० अर्चना अग्रवाल द्वारा फी में दूध एवं 10 % कमिशन की मांग की गयी है, नहीं देने पर सबसिडी को रिलीज नहीं होने देने की बात कही गयी है।
निर्देश दिया गया है कि उक्त शिकायत का सूक्ष्मता से परीक्षण कर निष्पक्ष जॉच करते
हुये वस्तुस्थिति का तथ्यात्मक प्रतिवेदन 7 दिवस के भीतर संचालनालय को उपलब्ध करना सुनिश्चित करें।
बहरहाल शासन की महत्वपूर्ण योजना राज्य डेयरी उद्यमिता योजना का लाभ हितग्राहियों को मिले या ना मिले किन्तु उक्त मामले कि शिकायत से ये जरूर लगता है कि पशु धन विकास विभाग के अधिकारी जरूर लाभान्वित हो रहे होंगे जरूरत है योजना से जुड़े हितग्राहियों को डेयरी संचालन में आ रही समस्याओं के निराकरण में उचित मार्गदर्शन करते हुए उन्हें योजना से लाभान्वित करें ना कि हितग्राहियों का शोषण कर शासन और विभाग की क्षवि धूमिल करें।