“केयर एंड क्योर” हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही उजागर,,सड़क पर फेंक दिया पी.पी. ई. किट, मास्क और ग्लब्स,, आम जनता के संक्रमित होने की आशंका…कार्यवाही करने पहूंची निगम की टीम से भी दुर्व्यवहार…लाइसेंस जारी करने वाला स्वास्थ्य विभाग मौन!

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर/ इन दिनों देश और प्रदेश सहित बिलासपुर जिले में भी कोरोना कोहराम मचा रहा है जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लॉक डाउन लगाया गया है ताकि कोरोना संक्रमण की चैन टूट जाय। दूसरी ओर प्रताप चौक स्थित “केयर एंड क्योर हॉस्पिटल”प्रबंधन द्वारा नर्सिंग होम एक्ट का घोर उल्लंघन और घोर लापरवाही का मामला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार हॉस्पिटल प्रबंधन ने कोरोना संक्रमण से बचाव के उपयोग में लाई गई पी.पी ई किट, मास्क,ग्लब्स के साथ ही मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल को सड़क पर फेक दिया था, नियमानुसार अस्पताल में अपशिष्ट का निपटारा जीव चिकित्सा अपशिष्ट नियम के अनुसार किया जाना था।
जिसकी जानकारी लगते ही निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी ने निगम की टीम को जानकारी लेने निर्देशित किया। जिसके बाद निगम की टीम “केयर एंड क्योर हॉस्पिटल” पहुँची और हॉस्पिटल प्रबंधन को समझाने का प्रयास किया गया इस दौरान यहाँ के डॉ द्वारा नगर निगम के स्वास्थ्य निरीक्षकों से दुर्व्यवहार करने लगे।
वही निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी के आदेश पर केयर एंड क्योर हॉस्पिटल के ऊपर जुर्माना करते हुए आगे इस तरह की गलती करने पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है।
आपको बता दें पहले भी केयर एंड क्योर हॉस्पिटल में मरीजो के साथ दुर्व्यवहार हो चुका है बीते साल तो केयर एंड क्योर हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित पेशेंट की मौत के बाद उसे लावारिस हालत में बाहर फेंक दिया गया था।
फिलहाल किसी भी अस्पताल को क्लीनिक अनुज्ञा प्रदान करने से पूर्व स्वास्थ्य विभाग के नर्सिंग होम एक्ट निर्धारित शर्तों का पालन किया जाना होता है सुपरवाइजरी ऑथोरिटी और डिस्ट्रिक्ट कमेटी लाइसेंस जारी करने के पूर्व और पश्चात समय समय पर निरीक्षण करते हैं ऐसे में किसी अस्पताल द्वारा वैश्विक आपदा कोरोना संक्रमण काल में इस प्रकार की लापरवाही बरता जाना अपने आप में एक बड़ा सवाल है ऐसे में सुपरवाइजरी ऑथोरिटी और डिस्ट्रिक्ट कमेटी को सामने आकर नियमानुसार कार्यवाही किया जाना चाहिए।