NH ठेकेदार तालाब खोद मिटटी मुरुम रहा निकाल…जनपद सीईओ नें कहा जानकारी नहीं, नोटिस भेज मांगेंगे जवाब… खनिज निरीक्षक गुलाटी नें कहा… परमिशन है!

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। इन दिनों अपनी करतूतों से सुर्खियों में आए खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से किस कदर मुँह मोड़ रहे हैं इसका जीता जागता उदाहरण देखना हो तो बिल्हा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सेंदरी चले जाएं, वहाँ मुख्य मार्ग से लगे विशालकाय तालाब से जेसीबी मशीन लगा कर NH के ठेकेदार द्वारा मिट्टी और मुरुम का अवैध खनन और परिवहन का नजारा साफ तौर से देखा जा सकता है। मुख्य मार्ग पर हो रहे खनन और परिवहन पर रोक लगाने किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने अब तक कोई पहल नहीं की है।जब इस उत्तखनन और परिवहन मामले पर बिल्हा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ओम प्रकाश वर्मा से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। ना ही हमनें किसी को कोई अनुमति दी है। वहीं उन्होंने उत्तखननकर्ता NH ठेकेदार, ग्राम पंचायत सचिव और खनिज विभाग को पत्र लिख स्पष्टीकरण मांगे जाने की बात जरूर कही है।
जब हमनें खनिज विभाग के खनिज निरीक्षक राहुल गुलाटी को अवैध उत्तखनन और परिवहन के फोटोग्राफ उपलब्ध करा कर उनका पक्ष जानना चाहा तो उनका कहना था कि NH वालों को परमिशन है। हालांकि उन्होंने परमिशन के कागजात नहीं दिखलाया।
खनिज निरीक्षक गुलाटी के कथनानुसार NH वाले कहीं भी उत्तखनन कर सकते हैं उन्हें परमिशन है। मतलब साफ है कि उन पर कार्यवाही कम से कम खनिज विभाग द्वारा नहीं किया जाएगा।
ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि शासन द्वारा उत्तखनन और परिवहन के लिए बनाए गए नियम कानून NH ठेकेदार पर लागू नहीं होते उन्हें कहीं भी उत्तखनन के लिए अनुमति लेने की जरूरत नहीं। उन्हें अनुमति है।
बहरहाल NH ठेकेदार की मनमानी को लेकर ना जाने कितनी शिकायतें प्रशासन के दफ्तर के फाइलों में धूल खा रही है जरूरत है ईमानदारी से कार्यवाही की ताकि नियम कायदों से परे जाकर कोई भी मनमानी ना कर सके।
देखना होगा कि नियम कायदों का पालन कराने वाले खनिज अधिकारी,जनपद पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी कोई कार्यवाही करते हैं या फिर नियम कानून किताबों में ही सिमट कर रह जाएंगे!