विकासखंड शिक्षा अधिकारी को चेतावनी पत्र क्यों किया गया जारी! जानिए क्या है पूरा मामला।

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। कहते हैं कि विभाग का मुखिया यदि सजग ना हो समय पर कार्यालय में ना आए तो कर्मचारी भी अपनी मनमानी करने पर उतारू हो जाते हैं। जी ऐसा ही हो रहा है विकास खण्ड शिक्षा कार्यालय बिल्हा अंतर्गत संचालित स्कूलों में जहाँ स्कूल संचालित तो किए जा रहे हैं लेकिन बच्चे नदारद हैं, शिक्षक नदारत हैं,प्रधान पाठक नदारद हैं कहीं छुट्टी के आवेदन पर कहीं बिना आवेदन पत्र के नदारत हैं। अधिकारियों की उदासीनता का कुप्रभाव अब उनके ही कर्मचारियों और उनके खुद के दफ्तर पर भी पड़ने लगा है।
विभागीय सूत्रों के हवाले से खबर निकल कर आई कि दिनांक 19.3.24 को विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बिल्हा का आकस्मिक निरिक्षण सहायक संचालक प्रशासन मुकेश मिश्रा द्वारा किया गया था। जिसमे शासन द्वारा निर्धारित अवधि प्रातः 10:00 बजे कार्यालय मे अधिकारी /कर्मचारियों कि उपस्थिति न्यून पाई गई, इतना ही नहीं कर्मचारियों के अवकाश का उल्लेख उपस्थिति पंजी मे नहीं पाया गया एवं अधिकारियो द्वारा पूर्वनुमति एवं कार्यालय मे उपस्थिति दिए बिना निरिक्षण मे जाने की घोर लापरवाही निकलकर सामने आई।
ऐसे में 7 अधिकारी /कर्मचारियों को संयुक्त संचालक द्वारा कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर जवाब 3 दिवस के भीतर माँगा गया।
जवाब समाधानकारक नहीं पाए जाने के कारण सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी अखिलेश तिवारी, दीप्ती गुप्ता एवं सहायक ग्रेड- 2 अशोक सिंह क्षत्रिय के साथ साथ विकासखंड शिक्षा अधिकारी बिल्हा को चेतावनी पत्र जारी किया गया है कि भविष्य मे ऐसी पुनरावृति होने पर अनुशानात्मक कार्यवाही की जावेगी.
साथ ही विकास खंड शिक्षा अधिकारी को भी चेताया गया की कार्यालय प्रमुख होने के नाते कार्यालयीन समय मे कर्मचारियों की अनुपस्थिति की जिम्मेदारी उनकी होगी क्योंकि कार्यालय का सुचारु रूप से संचालन की जिम्मेदारी कार्यालय प्रमुख की है।