भैया जीत रहे हैं…चुनाव!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर उम्मीदवार की बेचैनी इस गाने पर आकर ठहर जाती है कि करवटें बदलते रहे सारी रात हम… देखें किसमें कितना है दम!
विधानसभा चुनाव में मतदान हो जाने के बाद, परिणाम को लेकर अच्छे अच्छे नेताओं की नींद उड़ गई है उनका ऑक्सीजन और बीपी लेवल घट बढ़ रहा है उन्हें दिन-रात हार का डर सता रहा है। आमतौर पर ऐसा ही होता है निःसंदेह जीत किसी एक कि ही होगी लेकिन दिल है कि मानता नहीं।
दोनों दल के समर्थक “भैया” को जीत का भरोसा बढ़चढ़ कर दिला रहे हैं उधर ईवीएम मशीनों में कैद मतदाताओं के मत पर एक भविष्यवक्ता नें तो भविष्यवाणी तक कर दी है कि भैया आप जीत हासिल रहे हैं पर भैया का दिल है कि मानता नहीं। किसी ने भैया जी को ऐतिहासिक जीत की बधाई देते हुए कहा कि “वो” तो मुगालते में है।
कहीं से रिपोर्ट आई कि भैया जीत रहे हैं अब नेताजी इस सोच में डूब गए कि “भैया” तो दोनों को कहते हैं कौन जीत रहा है और मुगालते में कौन है।
चौक चौराहे पर हो या पनवाड़ी की दुकान पर सभी जगहों पर यही चर्चा है कि मुकाबला बेहद दिलचस्प है घड़ी घड़ी समीकरण बदल रहा है लेकिन “भैया” जीत रहे हैं। चुनावी पंडितों का अनुमान है कि भैया जीतेंगे लेकिन सरकार नहीं बनेगी। ऐसे में सिर्फ विधायक! भैया की नींद उड़ गई है।
भैया कुछ करें या नहीं लेकिन भैया की जनता के बीच जड़ें मजबूत हुई है जो जमीनी ताकत होने की छाप छोड़ती है लिहाजा भैया एक मजबूत स्थानीय नेता तो हैं लेकिन जनादेश क्या होगा! यही सोच सोचकर भैया की नींद उड़ गई है।
भैया को ज्यादा दांवपेंच नहीं आते हैं लेकिन मतदाताओं पर भरोसा है उनका कोई विकल्प नहीं तभी तो पार्टी ने टिकट दिया है। राजनीतिक विरोध और विरोधियों की बेचैनी खेमे में साफ नजर आती है। कहीं भैया ….जीत तो नहीं रहे हैं।
बेशक भैया जनाधार वाले जननेता नहीं हैं किंतु चलती तो उनकी है। हकीकत से उलट बेहतरी का दिखावा तो हर कोई उनके सामने करता नजर आता है। फिर परिणाम जो भी हो,भैया जीत रहे हैं!
अंत में सिर्फ इतना ही कि भैया विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं कौन से भैया चुनाव जीत रहे हैं ये आप लोगों को 3 दिसम्बर 2023 को ही पता चलेगा! तब तक के लिए इंतजार करिए।