जनप्रतिनिधियों और जिम्मदारों की उदासीनता का जीता जागता उदाहरण है ये सड़क… बिना बरसात के रूला रही जर्जर सड़क…सड़क में गड्ढे या गड्ढों में सड़क! राहगीरों के साथ किसी बड़े हादसे के बाद जागेगा स्थानीय प्रशासन!

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। सड़क मरम्मत व बनाने के नाम पर सरकार हर साल करोड़ों रुपए खर्च करने का दावा करती है लेकिन न्यायधानी बिलासपुर के बेलतरा विधानसभा क्षेत्र में अशोक नगर से बिरकोना पहुँच मार्ग की दुर्दशा को देखकर तो कुछ ऐसा ही लगता है कि चुनाव गुजर जाने के बाद जनप्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन नें समस्याओं को देखने सुनने से तौबा कर ली हो।
तस्वीरों को देखकर बता पाना मुश्किल है कि यहां सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है, ऊपर से इस जर्जर सड़क की गड्ढों पर बिना बरसात के बहता पानी इसे बरसाती नाला साबित करने शोर मचा रहा है। यह सड़क रोजाना राहगीरों के लिए मुसीबत लेकर आती है एक तो सड़क पर बेहिसाब गड्ढे और उस पर आसपास की कालोनियों का बहता गंदा पानी यहां से गुजरने वाले राहगीरों को बिन मौसम बरसात का नजारा पेश करता है।
बिना बरसात के जर्जर सड़क और गड्ढों पर से बहता गंदा पानी की समस्या कोई आज से नहीं पिछले कई माह से लोग भोग रहे हैं ऐसा भी नहीं कि सिर्फ़ मूकदर्शक बनकर भोग रहे हैं बल्कि जिम्मदारों को बकायदा पत्र लिखकर शिकायत भी की गई है।
निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को देखना चाहिए कि बिन बरसात आखिकार ये गंदा पानी सड़क पर आ कहाँ से रहा है!
लेकिन ऐसा लगता है कि समस्या को संज्ञान लेने वाले अधिकारी शायद कुभकर्णीय नींद में या उन्हें आम जनता की परेशानियों से कोई मतलब नहीं, उन्हें तो समय पर तनख्वाह चाहिए।
हमें तो हँसी आती है हमारे सिस्टम पर,उन जिम्मेदार अधिकारियों पर जो ऐसी ही सड़कों की मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने का दावा करते हैं किंतु धरातल पर सड़कें बदहाल नजर आती हैं और कागजों पर दुरुस्त।
हम तो बस भगवान से प्रार्थना करते हैं कि इस सड़क गुजरते हुए राहगीरों के साथ कोई सड़क हादसा ना हो।
बहरहाल विधानसभा चुनाव से पूर्व जनता की समस्या को चुनाव जीत जाने पर हल करने का वादा करनें वाले जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार अधिकारियों नजर आवेदन देने के बाद भी इस बदहाल जर्जर सड़क पर नहीं पड़ना उनकी उदासीनता को प्रकट करता है जरूरत है जिम्मेदारी के निर्वहन की ताकि जनता को सिस्टम पर भरोसा बना रहे नहीं तो जनता आंदोलन की राह पर चलना होगा!