मीठलबरा के गोठ एपिसोड -7 खारंग डिवीजन में बन रहे अरपा बैराज निर्माण के ठेकेदार और अधिकारी के बीच भुगतान को लेकर आरंभ हुए अंतहीन झगड़े का, हो गया “अंत”!

खबर खास बिलासपुर / राज्य शासन ने जल संसाधन विभाग में एक आदेश जारी करते हुए खारंग जल संसाधन बिलासपुर के खारंग डिवीजन के प्रभारी कार्यपालन अभियंता द्वारिका प्रसाद जायसवाल को हसदेव कछार सहायक अभियंता ( रूपा.) कार्यालय मुख्य अभियंता हसदेव कछार जल संसाधन विभाग में पदस्थ किया गया है वही जांजगीर जिले में पदस्थ कार्यपालन अभियंता सतीश शराफ को बिलासपुर के खारंग जल संसाधन संभाग का कार्यपालन अभियंता बनाया गया है।
खारंग डिवीजन बिलासपुर में अरपा नदी पर बन रहे पचरी घाट और शिव घाट में अरपा बैराज के ठेकेदार और अधिकारी के बीच भुगतान को लेकर आरंभ हुए अंतहीन झगड़े का अंत हो गया!
साहब और ठेकेदार के बीच भुगतान को लेकर चल रहा झगड़ा टॉप लेबल का था मीडिया की सुर्खियों बटोरते इस विवाद की धमक राजधानी तक थी। सिद्धान्तों की लड़ाई में तीन महीने गुजर गए थे एक एक घटना की रिपोर्टिंग सीएम हाउस तक जाती थी। इधर ठेकेदार पर कारवाई होने अफवाहों का बाजार गर्म था फिर ऐसा क्या हुआ कि ठेकेदार को बिना किसी पेनाल्टी के एक्सटेंशन भी मिल गया और पेमेंट भी हो गया। लेकिन साहब मार्च के महीने में स्थानांतरित हो गए। कहते हैं सिद्धान्तों की लड़ाई में साहब अकेले पड़ गए थे उनके अपने विभाग के आला अधिकारियों नें भी उन्हें साथ नहीं दिया।
सूत्रों के हवाले से खबर ये भी निकल कर आई कि झगड़े का पटाक्षेप करनें दोनों बैराज को कोटा डिवीजन ट्रांसफर करनें प्रपोजल तैयार किया जा रहा था!
फिलहाल फुलफ्लेश में सतीश कुमार सराफ को खारंग जल संसाधन बिलासपुर का कार्यपालन अभियंता बनाया गया है। इनके बारे में भी विभागीय सूत्रों के हवाले से इतनी ही जानकारी मिली है कि जांजगीर में भी इनका विवादों से गहरा नाता रहा है!
अंत में बस इतना ही कि जब बैराज बिलासपुर की जनता मतलब जनहित से जुड़ा मुद्दा था दूसरी ओर नियमानुसार भुगतान को लेकर अधिकारी और ठेकेदार के बीच सिद्धान्तों की लड़ाई ही लड़ी जा रही थी तो फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि बात समझौता और फिर स्थानांतरण पर आकर रुक गई,क्यों!
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