विकासखंड स्तरीय समर कैंप कार्यशाला, प्रशिक्षण एवं नवनियुक्त प्रधान पाठकों का किया गया सम्मान,एक शिक्षक भी हुए सम्मानित।

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर। विकासखंड स्तरीय समर कैंप कार्यशाला का आयोजन, प्रशिक्षण एवं नवनियुक्त प्रधान पाठकों का सम्मान किया गया।
बिल्हा शहरी स्रोत केंद्र समग्र शिक्षा बिल्हा जिला बिलासपुर के द्वारा आयोजित किया गया स्थान शहीद अविनाश शर्मा कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला बिलासपुर। निजी विद्यालय के समान शासकीय विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश के समय समर कैंप के आयोजन हेतु कार्यशाला का आयोजन आज शासकीय शहीद अविनाश शर्मा कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला के सभागार में किया गया जिसमें प्रमुख रूप से विकास खंड शिक्षा अधिकारी रघुवीर सिंह राठौर,यूआरसी क्रांति साहू, वासुदेव पांडे,आराधना तिवारी एवं सीएससी मनोज सिंह ठाकुर की उपस्थिति प्रमुख रूप से रही। कार्यक्रम में सभी सीएससी का भी सहयोग रहा। कार्यक्रम में समर कैंप के आयोजन के संबंध में चंद्रप्रकाश मोहिते तोरवा द्वारा कहानी के माध्यम से बच्चों को किस प्रकार से रोचक ढंग से समर कैंप का आयोजन करना है बताया गया। दत्तात्रेय हरणगांवकर सर के द्वारा कंप्यूटर नेटवर्क के बारे में शिक्षकों को बताया गया। जागृति दुबे के द्वारा फायर लेस कुकिंग के बारे में बताया गया कि बिना अग्नि के किस प्रकार से कुकिंग की जा सकती। स्नेहा गुप्ता द्वारा चित्रकला को यूट्यूब के माध्यम से किस प्रकार से बच्चों को सिखाया जा सकता है इसके बारे में प्रशिक्षण दिया गया। सांत्वना शर्मा द्वारा फिजिकल एक्टिविटीज के बारे में बताया गया जिसमें कहानी के माध्यम से विभिन्न क्रियाकलापों के द्वारा किस प्रकार से बच्चों को आसानी से कोई भी कहानी समझाई जा सकती है। विपिन वर्मा के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रम को पढ़ाई के साथ जोड़कर उसकी उपयोगिता के बारे में बताया गया। देव प्रसाद भास्कर जी द्वारा खेल के माध्यम से खेल खेल में किस प्रकार से बच्चों को समझाना है यह बताया गया।
समर कैंप का आयोजन सभी शासकीय शालाओं में किया जाना है इसी का प्रशिक्षण इस समर कैंप कार्यशाला में दिया गया समर कैंप कार्यशाला के दौरान प्रधान पाठक पद पर पदोन्नत शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया। जिसमें प्रमुख रुप से श्रद्धा शास्त्री ,पुष्पा तिवारी, मीरा साहू ,रशीदा बेगम,चंपा साहू, जिलानी सर को सम्मानित किया गया एवं सुष्मिता शर्मा जी सी एस सी के द्वारा कार्यक्रम संचालन का कार्य संपन्न किया गया व योगेश करंजगांवकर सर का विशेष योगदान कार्यक्रम को सफल बनाने में रहा।