बिलासपुर

सिम्स प्रबंधन के साथ संघ प्रतिनिधि मंडल की तीसरी बैठक भी असफल… 3 अगस्त को भी काम रहेगा बंद।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। सिम्स में कार्यरत 316 कर्मचारियों की वार्षिक चरित्रावली अच्छा लिखने बावजूद सिम्स प्रबंधन 7 साल से वार्षिक वेतनवृद्धि के लाभ से कर्मचारियों को वंचित रखते हुए आर्थिक मानसिक प्रताड़ना देते आ रहा था जिससे कर्मचारियों का मनोबल टूट रहा था। सिम्स प्रबंधन की विरुद्ध कर्मचारियों का आक्रोश विरोध में तब्दील हो गया जो कामबंद के रूप में सामने आया और सर्व सहमति से वर्ष 2013-14/ 2014-15 में नियुक्त कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले 2 दिवस का काम बंद कर आंदोलन की घोषणा कर दिया।

आंदोलन पूर्व सिम्स प्रशासन के साथ 2 चरण में हुई बैठक असफल होने पश्चात 2 अगस्त को समस्त कर्मचारी काम बंद कर धरना में बैठ गए । पुनः 3 री बार सिम्स प्रशासन ने चर्चा के लिए संघ प्रतिनिधि मंडल को दोपहर 2:30 आमंत्रित किया।

श्री रविन्द्र तिवारी कार्यकारी प्रान्तध्यक्ष के नेतृत्व में विकास यादव संभागीय अध्यक्ष ,आकाश पटेल संभागीय सचिव, अमरू राम साहू जिला शाखा अध्यक्ष, अनूप धुर्वे उपाध्यक्ष, रमाकांत साहू सिम्स शाखा अध्यक्ष,प्रमोद यादव चर्चा में सम्मिलित हुए।

संघ द्वारा चर्चा के दौरान संघ लिखित आश्वासन पर अड़ा रहा ,सिम्स प्रशासन द्वारा लिखित आश्वासन नही दिए जाने पर प्रतिनिधि मंडल बैठक छोड़ लौट आये और कल 3/8/21 को कामबंद आंदोलन अपने निर्धारित समय पर जारी होने की घोषणा कर दी गई।

आज के आंदोलन से मेडिकल कॉलेज एवं सिम्स चिकित्सालय की पूरी व्यवस्था चरमरा गई । 1500 का ओपीडी संख्या आज नगण्य रहा। लेब जांच,एक्सरे ,दवा वितरण, कपड़ा धुलाई, कोरोना रिपोर्ट, बिजली पानी की ब्यवस्था नही होने से मरीजों का इलाज प्रभावित हुआ ,वार्डों से मरीजों की छुट्टी कर दी गई । इन सब अव्यवस्था के लिए सिम्स प्रबंधन पूर्ण रूप से जिम्मेदार है ।

संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सिम्स प्रशासन 3/8/21 शाम तक वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ देने आदेश प्रसारित नही करता है तो संघ बहुत जल्दी संगठन के सभी सदस्यों की बैठक आयोजित कर आंदोलन के विस्तार का निर्णय लेते हुए 7 दिवस का कामबंद आंदोलन किया जाएगा जिसमें बिलासपुर जिला के सभी ब्लॉकों जिला चिकित्सालय, राज्य मानसिक चिकित्सालय के कर्मचारी भी आंदोलन में सम्मिलित हो सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों का बहिष्कार कर काम बंद आंदोलन में चले जायेंगे ।

संघ ने कहा है कि यदि आंदोलन होता है और मरीजों के उपचार सहित सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रभावित होता है तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सिम्स प्रशासन की होगी।

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