अवैध रेत के भंडारण पर कार्यवाही… रेत चोरों और खनिज विभाग के बीच सांठगांठ उजागर!

खासखबरछत्तीसगढ़ बिलासपुर। शहर के बीचों बीच अरपा नदी के तट पर सड़क किनारे खुलेआम रेत का अवैध भंडारण खनिज विभाग के नकारे अधिकारियों और रेत चोरों के बीच गहरी सांठ गांठ को उजागर करता है भला हो मुख्यमंत्री और खनिज सचिव का जिन्होंने समय पर भांप लिया कि अधिकारियों की उदासीनता से हो रही राजस्व की चोरी और रेत के अवैध भंडारण पर करवाई करनें का कड़ा निर्देश जारी किया। नतीजा सबके सामने है।
मुख्यमंत्री के निर्देश के काफी दिनों बाद आज लिगियाडीह मे खनिज विभाग के द्वारा अवैध रुप से बड़ी मात्रा में रेत चोरों द्वारा भण्डारित रेत जब्त किया गया, रेत की मात्रा अनुमति हाइवा में 150 ट्रिप रेत जप्त किया गया जिसका सरकारी मूल्य के हिसाब से छह लाख रुपये है जबकि बाजार रेट से 1500000 रुपये की है।
विदित हो कि पहले भी बमुश्किल हिम्मत जुटा कर लिंगियाडीह में अवैध रूप से भण्डारित रेत को लावारिस बता कर जब्त किया गया था। इस रेत का उपयोग सरकारी कार्य में किए जाने के लिए सुपुर्द किया गया।
मुख्यमंत्री द्वारा जारी निर्देश के बाद कुम्भकर्णीय नींद से जागे खनिज अधिकारियों द्वारा कार्यवाही करते हुए लिंगियाडीह और मधुबन में 06 व्यक्तियों के खिलाफ अवैध भण्डारण का प्रकरण भी दर्ज किया गया तथा इन व्यक्तियों पर अर्थदण्ड भी लगाया गया।
विगत दिनों कारवाई के दौरान अवैध रूप से भण्डारित रेत का कोई वारिस सामने नहीं आनेे के कारण 877 ट्रीप रेत का जखीरा को जब्त कर खनिज विभाग द्वारा सरकारी काम के लिए ठेकेदार को सौंप दिया गया। इससे राज्य सरकार को 5 लाख 84 हजार रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
फिलहाल बुद्धिजीवियों का मानना है कि प्रदेश के मुखिया को चाहिए कि खनिज विभाग के ऐसे लापरवाह अधिकारी जिन्हें निर्देश देने के बाद अपनी ड्यूटी याद आती है वरना कुम्भकर्णीय नींद में रहते हैं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए अन्यत्र स्थानांतरित किया जाय ताकि भविष्य में यहां आने वाले अधिकारियों को सबक मिले की उनकी ड्यूटी खनिज की चोरी रोकना है ना कि खनिज चोरी पर अपनी आँखें मूंदे रखना।