बिलासपुर

खनिज विभाग का नया कीर्तिमान…365 दिन में सिर्फ 65 लाख की पेनाल्टी वसूली! कहीं खनिज चोरों को संरक्षण तो नहीं दे रहा खनिज विभाग!

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। साल 2021 में खनिज विभाग के माध्यम से एक बड़ी खबर आई कि खनिज विभाग के कर्मठ अधिकारियों नें 365 दिन में 65 लाख से ऊपर की पेनाल्टी वसूली है व खनिज के अवैध कार्यवाहियों पर रोक लगाते हुए एक कीर्तिमान स्थापित किया है।

इस खबर पर बुद्धिजीवियों केकुलेटर लेकर केकुलेट किया तो चौकाने वाले आंकड़े सामने आए। केकुलेटर नें बताया कि एक दिन में लगभग 18 हजार रुपए वसूली,बाप रे बाप सुनने वाले दंग रह गए। बुद्धिजीवियों नें तो खनिज विभाग के अधिकारियों की कर्तव्यनिष्ठा के इस कार्य के लिए अधिकारियों सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री को बधाई दिया क्योंकि खनिज विभाग उन्हीं के पास है।

बुद्धिजीवियों का कहना है कि बिलासपुर खनिज विभाग के अधिकारियों ने 65 लाख रुपए की पेनाल्टी राशि वसूल कर नया किर्तिमान रच दिया है ऐसे अधिकारियों को सरकार द्वारा सम्मानित किया जाना चाहिए।

लेकिन बुद्धिजीवियों का कहना है कि खनिज विभाग के अधिकारी यदि स्वीकृत रेत खदान,गिट्टी खदान में जाते और देखते की रेत और गिट्टी खदान के ठेकेदार चिन्हित एरिया से हटकर रेत और गिट्टी का अवैध खनन और परिवहन कर रहे हैं उस पर पेनाल्टी लगाते तो यह रायल्टी राशि एक दिन की होती और कीर्तिमान रचने जैसा होता।

बुद्धिजीवियों का कहना है कि यदि खनिज विभाग के ईमानदार अधिकारी रेत चोरों द्वारा रेत के अवैध भंडारण पर ही ईमानदारी से कार्यवाही करते तो ये एक दिन की रॉयल्टी होती और इसे राशि पेनाल्टी के तौर पर वसुली करके सरकार के खजाने में जमा करवाया जाता तब कीर्तिमान स्थापित होता। जिस पेनॉल्टी राशि वसूली का ढिंढोरा खनिज विभाग के अधिकारी पीट रहे हैं वह तो ऊँट के मुंह में जीरा भी नहीं है।

बुद्धिजीवियों का कहना है कि 18 में से 9 रेत खदान बंद हो गए हैं वो इसलिए कि जब खनिज अधिकारियों से सांठगांठ से काम चल रहा है तो सरकार को रॉयल्टी क्यों दें। चोर चोर मौसेरे भाई वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।

बुद्धिजीवियों का कहना है कि खनिज नियमानुसार 6 महीने में कम से कम एक बार खदानों का निरीक्षण करने का काम खनिज निरीक्षक का है यदि लीज एरिया का ईमानदारी से निरीक्षण किया जाता तो गड़बड़ी देख खनिज निरीक्षक की आंखे चौन्धिया जाती, 365 दिन में कीर्तिमान स्थापित करनें वाली राशि एक दिन में वसूल हो जाती।

बुद्धिजीवियों का कहना है कि यदि खदान के बाहर ही सड़क पर एक खनिज विभाग का ईमानदार कर्मचारी नियुक्त कर दिया जाय और वह सिर्फ रायल्टी पर्ची की जांच करे तो यह 365 दिन में रचने वाला कीर्तिमान एक दिन में रच जाएगा। जिसकी तारीफ उच्चाधिकारियों सहित मुख्यमंत्री द्वारा भी की जाएगी है।

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