फर्जी तरीके से अनुकम्पा नियुक्ति का एक और मामला उजागर…जल्द ही गिरेगी कार्यवाही की गाज…शिकायत पर डीईओ ने जारी किया नोटिस। शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। बिलासपुर शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति मामले में लगातार इजाफा हो रहा है और मामले की शिकायत होने पर हुए फर्जीवाड़े पर कार्यवाही भी शुरू हो गई है ऐसे में किए जा रहे नियुक्ति मामले में बनाई गई कमेटी सवालों के घेरे में आ गई है।
एक ऐसे ही मामला जिसमें व्यख्याता की मृत्यु के बाद उनके बड़े पुत्र ने भाई के पटवारी होने के बाद भी कमेटी को अंधेरे में रखकर अनुकम्पा नियुक्ति हासिल कर ली है।
इस फर्जीवाड़े में वरिष्ठ अधीवक्ताओ व समाजिक कार्यकर्ताओ के शिकायत होने के बाद मामले को गम्भीरता से लेते हुए डीईओ ने सम्बंधित को नोटिस जारी किया है जवाब मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
बता दे कि शिकायत में उल्लेख किया गया है कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला तखतपुर में व्याख्याता के पद पर कार्यरत्त धनसाय कुर्रे की मृत्यु 26/11/2019 को होने पर उसके आश्रित बड़े बेटे सतीश कुर्रे को अनुकम्पा नियुक्ति मिलनी थी चुकी सतीश कुर्रे पूर्व से ही मुंगेली जिले के भालापुर (दुल्लापुर) में पटवारी के पद पर शासकीय सेवा में कार्यरत है इसलिए सतीश कुर्रे पटवारी के सहमति के आधार पर अपने छोटे भाई मनीष को सहायक ग्रेड 3 के पद पर शासकीय हाई स्कूल सिलतरा तखतपुर में पदस्थ कर दिया गया शिकायत में जिम्मेदार अधिकारी पूर्व डीईओ पी दासरथी व प्रस्तुतकर्ता क्लर्क विकास तिवारी के द्वारा यह फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया गया है यह भी उल्लेख किया गया है।
बहरहाल नियुक्ति में फर्जीवाड़ा किए जाने की पोल खुलने के बाद से ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है अभी फर्जीवाड़े की और कितनी शिकायतें सामने आने वाली कह पाना मुश्किल है लेकिन सवाल ये कि समिति द्वारा नियुक्ति किए जाने को लेकर बरती गई लापरवाही पर सवाल खड़े होना लाजिमी है जरूरत है ईमानदारी से निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की ताकि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही से विभाग के दामन दागदार ना हो।