तीसरी आँख की मदद से पुलिस नें सुलझाई “हत्या” की गुत्थी…सगा भाई और भांजा निकला कातिल।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। सरकंडा थाना क्षेत्र में आज सुबह मोपका खार के निकट एक युवक की लाश मिलने की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर मौके पहुंची पुलिस को युवक की पहचान और हत्याकांड को अंजाम देने वाले हत्यारे और हत्या की वजह तलाशनी थी। सरकंडा पुलिस टीम बनाकर अपना काम शुरू कर दी। पुलिस टीम को तीसरी आँख की मदद से आठ घंटे में हत्यारे,हत्या की वजह और हत्या में प्रयुक्त हथियार को बरामद कर साबित कर दिया कि पुलिस चाहे तो चंद घंटों में किसी भी मामले को सुलझा सकती है।
पुलिस के अनुसार मोपका के आवास पारा बनर्जी प्लाट के पास झाड़ियों में एक व्यक्ति मृत अवस्था में पडा है कि सूचना में तत्काल जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा,अति. पुलिस अधीक्षक ( शहर ) उमेश कश्यप , नगर पुलिस अधीक्षक ( सरकंडा ) निमिषा पाण्डेय को अवगत कराया गया जिस पर अधिकारियों द्वारा मौके पर पहुंचकर अवलोकन कर तत्काल अज्ञात शव का पता तलाश करने तथा आरोपी की धरपकड करने निर्देशित किया गया।
जिस पर थाना प्रभारी जय प्रकाश गुप्ता के नेतृत्व में तत्काल पुलिस टीम द्वारा अज्ञात शव का बारिकी से निरीक्षण / परीक्षण किया गया जिसमें अज्ञात आरोपी द्वारा मृतक के सिर में किसी हथियार से प्राणघातक हमला कर हत्या करना पाया गया। शव परीक्षण कर मृतक के पेंट में रखे उसका मोबाईल मिला जिसके माध्यम से उसके परिजन से बातचीत कर भाई प्रफुल्ल उर्फ बब्बू सिंह के द्वारा पहचान किया कि मृतक की पहचान पुष्पराज सिंह उर्फ अल्पू सिंह निवासी राजकिशोर नगर बीएसएनएल टावर के पीछे के रूप में हुई ।
मृतक के भाई के द्वारा रिपोर्ट करने पर थाना सरकंडा में मर्ग कायम कर अज्ञात आरोपी के विरूध्द हत्या का अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया तथा अज्ञात आरोपी का पता तलाश करने पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल के पास स्थित शराब भट्ठी में लगे सीसी टीवी फुटेज को चेक किया गया जिसमें मृतक अपने भाई पुरूषोत्तम तथा भांजा अजय सिंह के साथ बाईक में बैठकर जाते दिखा जिसके आधार पर मृतक का भांजा अजय सिंह सा भूकंप अटल आवास बहतराई को उसके निवास से पकडा गया।
जिससे घटना के संबंध में पुछताछ करने पर प्रारंभ में पुलिस को गुमराह करता रहा जिसे बारिकी से पुछताछ करने पर वह टूट गया और अपने मामा पुरूषोत्तम के साथ मिलकर घटना कारित करना स्वीकार किया पुछताछ कर पुलिस टीम तत्काल मृतक के मूल निवास ग्राम किरारी मस्तूरी पहुंची जहां मृतक का भाई पुरूषोत्तम सिंह मिला।
जिससे घटना के संबंध में पृथक से घटना के संबंध में पुछताछ करने पर शुरू में पुलिस को गुमराह करता रहा किन्तु कड़ाई से पुछताछ करने पर बताया कि भाई द्वारा शराब के नशे में गाली गलौच करने मारपीट करने से परेशान होकर अपने मांजा के साथ मिलकर हथियार ( लकडी का बत्ता ) से हत्या करना स्वीकार किया। दोनो आरोपी के द्वारा अपराध करना स्वीकार करने से विधिवत गिरफ्तार किया गया तथा घटना में प्रयुक्त मो. और हथियार ( लकडी का बत्ता ) को जप्त किया गया।
प्रकरण में आरोपियो के विरूद्ध अपराध कारित किए जाने सबूत पाये जाने से आरोपियो को गिरफतार किया गया है।
ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में निरीक्षक जय प्रकाश गुप्ता,उनि.धर्मेन्द्र वैष्णव,उनि. सागर पाठक,उनि. एम . डी . अनंत , सउनि हेमंत आदित्य , सउनि जितेश सिंह आरक्षक बलवीर सिंह , प्रमोद सिंह , विवेक राय , अविनाश कश्यप , सत्य कुमार पाटले . लगन खाण्डेकर विनेन्द्र कौशिक की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।