डेढ़ साल तक महिला शिक्षिकाओं से दुर्व्यवहार, मानसिक प्रताड़ना व मनमानी करना… प्रधान पाठक को पड़ा भारी…स्कूल से हटाए गए प्रधान पाठक।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। बिल्हा विकास खंड शिक्षा कार्यालय अंतर्गत संचालित शासकीय प्राथमिक शाला कोनी में पदस्थ शिक्षिकाओं नें वर्ष 2020 जनवरी में अपनें स्कूल में पदस्थ प्रधान पाठक के विरुद्ध अभद्र व्यवहार, मानसिक प्रताड़ना एवं मनमानी किए जाने का गंभीर आरोप लगाते हुए बिल्हा बीईओ और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बिलासपुर को लिखित शिकायत की थी। लगभग डेढ़ वर्ष बाद शिकायत आवेदन पर बिल्हा बीईओ कार्यालय द्वारा जांच करा कर जांच प्रतिवेदन जिला शिक्षा कार्यालय को सौंप दिया गया।
प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के आधार
पर जिला शिक्षा अधिकारी नें अपनें जारी आदेश में लिखा है कि प्रधान पाठक उत्तम सोनी कार्यरत संस्था का प्रभार उपस्थित वरिष्ठ शिक्षक को तत्काल सौंप कर आगामी आदेश पर्यंत अपनी उपस्थिति कार्यालय विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी बिल्हा में देवें।
उक्त शिकायत जांच प्रतिवेदन से स्पष्ट है कि महिला शिक्षकों से दुर्व्यवहार किया जाना पाया गया। बीईओ द्वारा जांच प्रतिवेदन देने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रधान पाठक को स्कूल से हटा दिया है। उनको तत्काल वरिष्ठ शिक्षक को कार्यभार सौंप, अगले आदेश तक बीईओ ऑफिस में उपस्थिति देने के आदेश जारी हुए हैं।
जानकारी के अनुसार बिल्हा ब्लॉक अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला कोनी के प्रधान पाठक उत्तम सोनी के खिलाफ स्कूल की शिक्षिकाओं द्वारा डीईओ और बीईओ को जनवरी 2020 में शिकायत की गई थी। इसमें छात्र-छात्राओं के दाखिले में रोक लगाने, मध्यान भोजन की राशन का हेरफेर ,शाला अनुदान राशि में गड़बड़ी, महिला शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार ,अश्लील टिप्पणी, बदसलूकी अपशब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया गया था।
इसकी जांच के लिए स्कूल पहुंचने पर एबीईओ मुकेश मिश्रा के साथ भी प्रधान पाठक उत्तम सोनी ने गलत भाषा से बात की. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी.
बहरहाल शिक्षा विभाग से जुड़े बहुत से वरिष्ठ शिक्षक, जिला शिक्षा अधिकारी के इस फैसले से सहमत नहीं हैं उनका कहना है कि यह कार्यवाही महज खानापूर्ति है प्रधान पाठक के कृत्य और जांच प्रतिवेदन की जानबूझकर अनदेखी की गई है।
सवाल-जब छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर इतनी गंभीर है तो महिला शिक्षिकाओं द्वारा डेढ़ साल पूर्व की गई लिखित शिकायत पर बिल्हा बीईओ और जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच तत्काल क्यों नहीं कराया गया?