राजस्व विभाग की लचर व्यवस्था और जिम्मेदारों की उदासीनता की खुली पोल…न्याय हासिल करने अनिश्चित कालीन शांतिपूर्ण धरना आंदोलन को मजबूर हुआ किसान।

खबर खास छत्तीसगढ़ बिलासपुर/राजस्व विभाग रतनपुर तहसील कार्यालय के सामने भीषण गर्मी में पेड़ की छाँव में दरी बिछाकर एक पीड़ित बजुर्ग किसान अपनी समस्याओं को लेकर बैठा है। उसके पास एक झोला और पानी की एक बोतल है, कांधे में गमछा और सर पर सफेद बालों की सफेदी और उसकी पेसानी में बल, इस माटीपुत्र की पीड़ा को समझने काफी है लेकिन किसानों की हितैषी सरकार बतलाने वाली सरकार में राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को इनकी समस्या का हल नजर नहीं आता। ऐसे में कई सवाल खड़े होते हैं?
कहते हैं कि रतनपुर तहसीलदार से चर्चा के बाद भी मांगों को लेकर संतोषजनक सार्थक पहल नहीं होने पर पीड़ित बुजुर्ग किसान ने रतनपुर तहसील कार्यालय सामने अपना अनिश्चितकालीन शांतिपूर्ण धरना आंदोलन शुरू कर दिया है।
बुजुर्ग किसान की मानें तो उसने धान बिक्री का बोनस कम मिलने, खलिहान में रखी धान की फसल के जल जाने की क्षतिपूर्ति नहीं मिलने और पैतृक जमीन का बंटवारा वारिसों के नाम नहीं करने पर नाराज होकर 15 जून से तहसील कार्यालय रतनपुर में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करने की सूचना, कलेक्टर सहित संबंधित तमाम जिम्मेदार अधिकारियों को दी थी और गुरुवार को तहसीलदार रतनपुर ने किसान नारायण प्रसाद यादव से उनकी मांगों पर चर्चा की थी। लेकिन नतीजा नहीं निकला।
रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम लालपुर निवासी बुजुर्ग किसान नारायण प्रसाद यादव ने बताया कि खरीफ सीजन में उसके खलिहान में रखी धान की फसल आगजनी की घटना में जल कर राख हो गई। इसकी शिकायत 22 अक्टूबर 2023 को ही कर क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग कर दी थी । घटना के छह महीने बाद पटवारी उनकी अनुपस्थिति में मौके पर गया और अपनी मर्जी से रिपोर्ट तैयार कर दी। इसके चलते उसकी आग से जली फसल के नुक़सान का मुआवजा नहीं मिला है। जिम्मेदार कौन?
बुजुर्ग किसान नारायण यादव ने बताया बीते साल उसने सरकारी समर्थन मूल्य पर धान बेचा है। इस पर शासन के द्वारा तय बोनश की राशि 28,500 रुपए कम मिला है। इसकी भी शिकायत की गई है। इस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिम्मेदार कौन?
ऐसे ही उसके नाम की पैतृक संपत्ति है जिसे वो अपने वारिसानों के नाम पर करना चाहते हैं। इस पर किसी भी किसी प्रकार का विवाद नहीं है। अविवादित बंटवारा नामांतरण का मामला तहसील कार्यालय रतनपुर में चार साल से लंबित है। इसका निराकरण नहीं किया जा रहा है। जिम्मेदार कौन?
राजस्व विभाग की लचर व्यवस्था से नाराज किसान नारायण यादव ने शनिवार से तहसील कार्यालय रतनपुर के सामने शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
फिलहाल राजस्व विभाग की लचर व्यवस्था और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से नाराज किसान नें शान्ति पूर्ण रूप से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है लेकिन बड़ा सवाल यह कि लचर व्यवस्था से नाराज सभी पीड़ित किसान इसी नक्शे कदम पर चलने मजबूर हो गए तो….?