पटवारी की डिमांड के आगे हार गया पक्षकार…पहले दिया 10 हजार! अब 20 हजार की डिमांड!

खासखबर बिलासपुर – एक बार फिर से कलेक्टर कार्यालय के मंथन सभा कक्ष में सीएम के निर्देश पर कलेक्टर जन चौपाल लगने लगी है। टीएल की मीटिंग के बाद कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने जन चौपाल में अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे नागरिकों की शिकायतों को गंभीरता के साथ सुना एक-एक कर आए हुए फरियादियों से न सिर्फ उन्होंने चर्चा की बल्कि उनकी समस्या के समाधान को लेकर आश्वस्त भी किया। इस दौरान बेलगहना क्षेत्र के सोनपुरी ग्राम पंचायत से एक आवेदक नें आवेदन देकर कलेक्टर को बताया कि बेलगहना पटवारी पंकज तिवारी नें उसकी जमीन संबंधी रिकॉर्ड दुरुस्त करने के एवज में 10 हजार रुपए लिए हैं और अब 20 हजार रुपए की मांग कर रहा है।
राजस्व प्रमुख होने के नाते मामले को कलेक्टर ने काफी गंभीरता से लिया है उन्होंने एसडीएम कोटा और तहसीलदार खांडे को स्पष्ट रूप से चेतावनी देते हुए कहा है कि 2 दिनों के अंदर आवेदक की समस्या का समाधान हो जाना चाहिए नहीं तो संबंधित पटवारी को नोटिस जारी किया जाए।
कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों से यह भी कहा कि इस तरह की पटवारियों की शिकायत वे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि रुपए पैसे लेने की शिकायतें भी मुझ तक नहीं पहुंचनी चाहिए।
बहरहाल राजस्व विभाग में भूमि संबंधित मामले में पटवारियों द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत पहली और आखिरी नहीं है ऐसे सैकड़ों शिकायतें तहसीलदार, एसडीएम और कलेक्टर कार्यालय में लंबित है जरूरत है ऐसे भृष्ट लोगों के खिलाफ मिली शिकायतों की सूक्ष्मता से जांच कर कार्यवाही की जाय ताकि सरकार बनाने वाली जनता का भरोसा अपनी सरकार पर बनी रहे ना कि जनता की सेवा के नाम पर प्रशासनिक पदों पर बैठे लोग ही जनता को लूटते रहें और जनता सरकार को ही दोषी मान बैठे!