राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रथम चरण में…पुलिस थाना तोरवा व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय तम्बाकू मुक्त घोषित।

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले को तंबाकू मुक्त बनाए जाने के प्रथम चरण मे अतिरिक्त कलेक्टर श्रीमती जयश्री जैन की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से भारत सरकार के निर्देशानुसार तंबाकू मुक्त मापदंडों को पूर्ण करते हुए जिले के 76 शैक्षणिक संस्थाओं को एवं जिले के 2 शासकीय कार्यालय पुलिस थाना तोरवा व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय जिला बिलासपुर को तंबाकू मुक्त घोषित कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया साथ में जिले में संचालित तंबाकू नशा मुक्ति केंद्र के माध्यम से तंबाकू छोड़ने वाले जिले के छह व्यक्तियों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम में संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत राज्य नोडल अधिकारी डॉ कमलेश जैन, जिला प्रशासन से श्रीमती अंशिका ऋषि पांडे (संयुक्त कलेक्टर), डॉ. स्मृति तिवारी (डिप्टी कलेक्टर), डॉ प्रमोद महाजन (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी), डॉ बी.के वैष्णव (जिला नोडल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम) एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री लता बंजारे की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिले को तंबाकू मुक्त बनाया जाने के प्रथम चरण में शैक्षणिक संस्थान एवं शासकीय कार्यालयों को तंबाकू मुक्त किए जाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके अंतर्गत आज यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था वैश्विक युवा तंबाकू सर्वेक्षण 2019( GYTS) के अनुसार राज्य में 13 से 15 वर्ष के 8% बच्चे तंबाकू का सेवन करते हैं जिस कारण से छत्तीसगढ़ राज्य तंबाकू उपयोग में 12वॉ स्थान पर है।
वयस्क आबादी की बात करें तो लगभग 40% आबादी तंबाकू का उपयोग करती है, सर्वेक्षण यह भी बताते हैं कि इतनी कम उम्र में तंबाकू की शुरुआत की जाए उसको छोड़ना उतना ही कठिन होता है सर्वेक्षण के अनुसार लगभग 90% तंबाकू उपयोगकर्ता 12 से 22 वर्ष की आयु के मध्य तंबाकू उपयोग करना प्रारंभ करते हैं और यह आयु वर्ग मुख्यता विद्यार्थी स्तर मे आते हैं, इसलिए प्रथम चरण में शैक्षणिक संस्थाओं को तंबाकू करने हेतु स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयास से जिले के 76 शैक्षणिक संस्थाओं को कोटपा अधिनियम के क्रियान्वयन एवं तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान के मापदंडों का पालन करते हुए तंबाकू मुक्त घोषित किया गया है।
सर्वेक्षण के अनुसार तंबाकू के धुएं से 21% लोग कार्यस्थल पर संपर्क में आते हैं यही कारण है जारी दिशा निर्देश के अनुसार समस्त शासकीय कार्यालयों को तंबाकू मुक्त बनाए हेतु मापदंड तय किए गए हैं और इनका पालन करने वाले कार्यालयों को तंबाकू मुक्त कार्यालय के रूप में घोषित किया जाना है,यही मापदंडों का पालन करते हुए जिले के दो कार्यालय पुलिस थाना तोरवा एवं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बिलासपुर को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया है।
जिले में संचालित तंबाकू नशा मुक्ति केंद्र के माध्यम से लोगों को तंबाकू छोड़ने हेतु परामर्श एवं उपचार प्रदान किए जा रहे हैं इसी कड़ी में जिले के 6 व्यक्तियों की पहचान की गई है जिन्होंने तंबाकू को छोड़ा है जिनमें से इस कार्यक्रम के माध्यम से श्री रतन बहादुर जी को जिंदगी चुने तंबाकू नहीं के फैसले हेतु स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
स्वास्थ विभाग के इस उपलब्धि के लिए जिला प्रशासन की तरफ से शिक्षा विभाग, नगर निगम ,पुलिस विभाग एवं समाज कल्याण विभाग का आभार व्यक्त किया है और जिले मे कोटपा अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु समन्वय कर कार्य के निर्देश दिए हैं।
कार्यक्रम के सफल संचालन में स्वास्थ्य विभाग के जिला सलाहकार डॉ अनुपम नायक एवं द यूनियन से संजय नामदेव तथा जिला तंबाकू नियंत्रण इकाई के कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।